- खुफिया एजेंसियों के हाथ भारत में आतंकी हमले की साजिश का इनपुट मिला है
- मलेशिया स्थित रोहिंग्या आतंकवादी संगठन आने वाले समय में हमले करा सकता है
- एक महिला की अगुवाई में हो सकता है हमला, बांग्लादेश के जरिए हो सकती है घुसपैठ
नई दिल्ली : मलेशिया का रोहिंग्या आतंकवादी संगठन भारत में हमले की फिराक में हैं और यह हमला महिला आतंकवादी की अगुवाई वाला एक समूह अंजाम दे सकता है। इस आतंकी साजिश के बारे में खुफिया एजेंसियों को इनपुट मिले हैं। दरअसल, खुफिया एजेंसियों को एक वित्तीय लेनदेन का पता चला है जिसके तार इस्लामिक उपदेशक एवं भगोड़े जाकिर नाईक से जुड़े हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक जो खुफिया इनपुट मिला है उसके अुसार महिला की अगुवाई वाले इस आतंकवादी गुट का प्रशिक्षण म्यांमार हुआ है। यह आतंकी समूह अगले कुछ सप्ताह में भारत में हमले का प्रयास कर सकता है।
खुफिया एजेंसियों ने जारी किया अलर्ट
सूत्र ने इस बारे में पुष्टि की है कि खुफिया एजेंसियों ने इस बारे में शुक्रवार को पुलिस और दिल्ली, हरियाणा, यूपी, बिहार एवं पश्चिम बंगाल में राज्य खुफिया एजेंसियों को अलर्ट किया है। टीओआई ने इस आतंकी साजिश से जुड़े कुछ इनपुट्स देखे हैं जिससे एक संदिग्ध लेन-देन का पता चला है। यह लेन-देन करीब दो लाख डॉलर का है जो कुआलालंपुर स्थित रोहिंग्या लीडर मोहम्मद नसीर एवं विवादास्पद इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक के बीच हुआ है।
चेन्नई में एक संदिग्ध की पहचान
खुफिया दस्तावेज में कहा गया है कि चेन्नई का एक संदिग्ध जो शायद हवाला डीलर है, उसे इस राशि का एक हिस्सा मिला है। इस मामले में जांच तेज करने पर एजेंसियों ने पाया है कि आतंकियों का एक समूह दिसंबर के मध्य या अंत में बांग्लादेश के जरिए भारत में घुसपैठ कर सकता है। रिपोर्ट में सूत्र के हवाले से कहा गया है कि समझा जाता है कि इस महिला की ट्रेनिंग म्यांमार हुई है लेकिन उसकी पहचान के बारे में ज्यादा ब्योरे नहीं मिल पाए हैं लेकन इस बात की आशंका है कि उसे इस साल की शुरुआत में मलेशिया से म्यांमार भेजा गया।
पीएफआई से जुड़े लोग कर सकते हैं मदद
खुफिया एजेंसियों की ओर से राज्यों को भेजे गए अलर्ट में कहा गया है कि इस संदिग्ध समूह का निशाना अयोध्या, बोधगया, पंजाब एवं श्रीनगर में हो सकता है। आशंका जताई गई है कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से जुड़े कुछ संदिग्ध इस समूह को हमले के लिए लॉजिस्टिक सपोर्ट मुहैया करा सकते हैं, इसलिए इन पर नजर रखने की जरूरत है। बता दें कि नाइक पर कट्टरता फैलाने वाली सोच बढ़ाने एवं मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगे हैं। वह साल 2016 से फरार है।