कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नंदीग्राम की अपनी यात्रा रद्द कर दी है। मुख्यमंत्री सात जनवरी को यहां एक जनसभा को संबोधित करने वाली थीं। इसके पहले सोमवार को ममता ने कहा कि अपनी 'ओछी राजनीति' के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अमर्त्य सेन एवं अभिजीत बनर्जी जैसे नोबेल पुरस्कार जीतने वाले विद्वानों को निशाना बना रही है।
'मुझे राजनीतिक रूप से निशाना बनाया गया'
बोलपुर में मीडिया से बातचीत में ममता ने कहा, 'मुझे राजनीतिक रूप से निशाना बनाया गया है। मैं इसे बुरा नहीं मानती। हमारे शिक्षाविदों को निशाना बनाया जा रहा है और इससे वे अपने को अलग-थलग महसूस कर रहे हैं। अमर्त्य सेन अथवा अभिजीत बनर्जी का समाज में अलग स्थान है। पिछले कुछ वर्षों में उन्होंने नेताजी के बारे में कुछ नहीं कहा लेकिन अब वे उनके बारे में बातें कर रहे हैं।'
मंत्री ने कहा-जनसभा को टाला गया है
वहीं, नंदीग्राम का कार्यक्रम टलने पर राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री मुखर्जी ने पत्रकारों से कहा कि मुख्यमंत्री की जनसभा रद्द नहीं बल्कि उसे टाला गया है। उन्होंने कहा, 'पूर्व मेदिनीपुर की राम नगर सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले टीएमसी के विधायक अस्पताल में हैं जिस वजह से जनसभा को टाला गया है। इसे बाद में किसी और तारीख पर किया जाएगा।'
सात जनवरी को शहीद दिवस मनाती है टीएमसी
गौरतबल है कि 2007 में भूमि अधिग्रहण के विरोध के लिए चलाए गए आंदोलन के दौरान जान गंवाने वालों के सम्मान में टीएमसी सात जनवरी को 'शहीद दिवस' मनाती है। राज्य में अप्रैल-मई महीने में विधानसभा चुनाव होने हैं। इस चुनाव में मुख्य मुकाबला भाजपा और टीएमसी के बीच माना जा रहा है। कुछ दिनों पहले ममता के करीबी सहयोगी सुवेंदु अधिकारी भाजपा में शामिल हो गए। अधिकारी के शामिल होने से टीएमसी को बड़ा झटका लगा है। पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा ने राज्य की 42 सीटों में से 18 सीटों पर जीत दर्ज की।
चुनाव में इस बार भाजपा से मुकाबला
भाजपा विस चुनाव की तैयारी में आक्रामक तरीके से जुट गई है। भाजपा के बड़े नेता लगातार राज्य का दौरा कर रहे हैं। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के बाद गृह मंत्री अमित शाह दो दिन कोलकाता में रहे। इस दौरान उन्होंने ममता बनर्जी सरकार पर तीखा हमला बोला।