नई दिल्ली: गुजरात में अब से डेढ़ साल बाद विधानसभा चुनाव होने हैं, जिससे राजनीतिक परिदृश्य गर्म होता जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृहराज्य गुजरात में बसपा, एआईएमआईएम और हाल ही में आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रवेश के बाद अब राज्य की राजनीति में प्रवेश करने की ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस (TMC) की बारी है।
टीएमसी ने 21 जुलाई को देशभर में जाने की योजना का खुलासा किया था, जिसे पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा शहीद दिवस के रूप में चिह्न्ति किया गया। टीएमसी सुप्रीमो द्वारा देशभर के शहरों और गांवों में प्रमुख स्थानों पर एलईडी स्क्रीन लगाकर वर्चुअल संबोधन की योजना थी।
गुजरात के संयोजक जितेंद्र कुमार खड़ायता ने बताया, "मुझे राष्ट्रीय प्रवक्ता, अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस (एआईटीसी) सुखेंदु शेखर रे द्वारा आदेश दिया गया था, कि गुजरात के सभी जिलों के प्रमुख स्थानों में विशाल एलईडी स्क्रीन लगाकर लाइव टेलीकास्ट के माध्यम से दीदी के भाषण के पर्याप्त प्रचार की व्यवस्था करें। इसके बाद हमने अहमदाबाद के इसानपुर में एक जगह एलईडी स्क्रीन पर लाइव प्रसारण की व्यवस्था की थी, जहां हमारे नवगठित 7 से 8 एआईटीसी सदस्यों ने दीदी के भाषण को लाइव देखा।"
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) की गोधरा इकाई के दो दशक पुराने कार्यकर्ता खड़ायता शनिवार को एआईटीसी में शामिल हो गए और बुधवार को टेलीफोन के निर्देशों के माध्यम से उन्हें राज्य संयोजक बनाया गया।खड़ायता ने कहा, "आज सुबह, सुखेंदु शेखर रे ने मुझे सूचित किया कि मुझे गुजरात की एआईटीसी इकाई के राज्य संयोजक की जिम्मेदारी सौंपी गई है।"
पार्टी ने अहमदाबाद, सूरत और वडोदरा में होर्डिग लगाए
एआईटीसी ने ममता बनर्जी और शहीद दिवस पर राष्ट्र को संबोधित करने की उनकी योजनाओं को दर्शाने वाले बैनर लगाने की योजना बनाई थी, जिसके बाद पार्टी ने अहमदाबाद, सूरत और वडोदरा में होर्डिग लगाए। खड़यता ने कहा, "अहमदाबाद पोस्टर होर्डिग अहमदाबाद के एक प्रमुख क्षेत्र गीता मंदिर में रखा गया था, लेकिन मुझे अभी मीडिया के माध्यम से पता चला है कि होर्डिग किसी ने हटा दी है। मैं केवल उस एजेंसी से पूछताछ कर रहा हूं, जिसके माध्यम से हमने ऑर्डर दिया था होर्डिग। सूरत और वडोदरा के होर्डिग अभी भी बरकरार हैं और मैं अपने राष्ट्रीय नेताओं को अहमदाबाद के होर्डिग को हटाने के बारे में भी सूचित करने जा रहा हूं।"