कांवड़ियों पर पुष्पवर्षा को लेकर एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी के बयान पर मनोज तिवारी और डिप्टी सीएम केशव मौर्या का बयान सामने आय़ा है, मनोज तिवारी ने ओवैसी को जवाब देते हुए कहा कि नमाजियों को भी बराबर सम्मान है और कहा कि ये धर्म के आधार पर भेदभाव है ही नहीं, ओवैसी एक असफल कोशिश कर रहे हैं नफरत फैलाने की।
मनोज तिवारी ने कहा कि ओवैसी कह रहे हैं कि सावन के महीने में,.,,,यानी ये सावन के महीने में पांच या छह दिन होता है वहीं सड़कों पर नमाज को लेकर उन्होंने कहा कि दोनों की तुलना कैसे हो सकती है...हम तो नमाज पढ़ने वालों का भी उतना ही सम्मान करते हैं...
वहीं कांवड़ियों पर पुष्पवर्षा को लेकर असदुद्दीन ओवैसी की नाराजगी को लेकर राज्य के डिप्टी सीएम केशव मौर्या से जब बातचीत की गई तो उनका कहना है- 'जिनके अंदर जहर होता है वो जहर ही उगलते हैं..., उन्होंने कहा कि ओवैसी को गरीब कल्याण की योजनाएं दिखाई नहीं देतीं'
डिप्टी सीएम केशव मौर्या ने आगे कहा कि कुछ लोग समाज में वैमनस्यता फैलाने की कोशिशों में लगे हैं, उनकी जांच की गई तो उनके तार कहीं से जुड़े मिले।
सावन में कावंड़ियों पर फूल बरसाने को लेकर असदुद्दीन ओवैसी ने खड़े किए सवाल
गौर हो कि सावन में कावंड़ियों पर फूल बरसाने को लेकर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने सवाल खड़े किए हैं। पूछा है कि क्या पुष्प वर्षा रेवड़ी कल्चर नहीं है? उन्होंने इसके साथ ही भेदभाव का आरोप लगाते हुए पूछा है कि एक पक्ष के लिए मोहब्बत तो दूजे के लिए नफरत क्यों अपनाई जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर कावंड़ियों पर फूल बरसाए जा रहे हैं, तब कम से कम उन लोगों (मुस्लिमों) के घर तो न तोड़े जाएं।
'यूपी हुकूमत ने यात्रा के रास्तों पर गोश्त पर पाबंदी लगा दी'
ये सारी बातें उन्होंने इन्हीं मसलों से जुड़ी खबरें शेयर करते हुए टि्वटर के जरिए कहीं। ओवैसी ने ट्वीट किया, "पुलिस ने पंखुड़ियों की बौछार कीं। कांवड़ियों का झंडों से 'इस्तक़बाल' किया। उनके पैरों पर लोशन लगाया और उनके साथ इंतेहाई शफकत से पेश आई। दिल्ली पुलिस ने लोहारों को हटाने की बात की, ताकि कांवड़िया नाराज न हो जाएं। यूपी हुकूमत ने यात्रा के रास्तों पर गोश्त पर पाबंदी लगा दी।'