- उत्तर प्रदेश के औरैया ट्रक और डीसीएम वाहन की टक्कर में 24 प्रवासी मजदूरों की मौत
- बसपा सुप्रीमो मायावती ने हादसे पर जताया दुख, कहा- सीएम के आदेशों को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं अधिकारी
- मायावती ने प्रवासी मजदूरों से अपील करते हुए कहा कि वो पैदल ना चलें
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा (BSP) सुप्रीमो मायावती (Mayawati) ने यूपी के औरेया में हुए बस हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने इस दौरान यूपी सरकार के अधिकारियों पर निशाना साधते हुए कहा कि शायद वो सीएम के आदेशों को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। मायवती ने कहा कि दुख की बात ये है कि मुख्यमंत्री के जो दिशा-निर्देशों को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं जिसकी वजह से आज उत्तर प्रदेश के औरेया जिले में बहुत बड़ा हादसा हुआ।
अधिकारियों ने नहीं निभाई जिम्मेदारी
मायवाती ने कहा, 'यदि सरकार के अधिकारी उनके खाने पीने की व्यवस्था कर देते तो वह चाय की दुकान पर जाकर चाय क्यों लेते? तो वहां से ट्रक जा रहा था और उसने मजदूरों को रौंद दिया। हादसे में लगभग 24 की मौत हो गई और कई घायल हो गए। बहुत बड़ा हादसा हुआ ये। लगता है कि अधिकारी लोग अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा रहे हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से मेरा यही कहना है कि जिन अधिकारियों ने अपनी जिम्मेदारियों को नहीं निभाया है उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।'
दुर्घटना पर जताया दुख
हादसे में मारे गए लोगों के प्रति दुख जताते हुए बसपा सुप्रीमो ने कहा, 'जो लोग इस दुर्घटना में घायल हुए है या मारे गए हैं उनकी पूरी आर्थिक मदद करें। मारे गए लोगों को उनके परिवार के पास भेजें। उत्तर प्रदेश के अलावा अन्य राज्यों के जो लोग मारे गए हैं उनकी हर सरकार को मदद करनी चाहिए। यह बहुत बड़ी दुर्घटना हुई है मैं इस पर संवेदना व्यक्त करती हूं। मैं केंद्र, राज्य सरकार और रेलवे से भी कहना चाहती हूं कि जो प्रवासी मजदूर हैं उन्हें भेजने में गंभीरता दिखाई जाए। एक दूसरे पर प्रत्यारोप की बजाय।'
मजदूरों से अपील
इस दौरान मायवाती ने मजदूरों से अपील करते हुए कहा कि वो पैदल ना चलें, ट्रकों में ना चलें बल्कि वो बसों और रेलगाड़ियों का इंतजार करें। पैदल जाने के बजाय जो नजदीकी रेलवे स्टेशन हैं वहां पर पहुंचे।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में शनिवार सुबह ट्रक और डीसीएम वाहन की टक्कर में 24 प्रवासी मजदूरों की मौत हो गयी जबकि 36 अन्य मजदूर घायल हो गये। इनमें से 14 गंभीर रूप से घायल मजदूरों को सैफेई इटावा के पीजीआई में भर्ती कराया गया है। इन दोनों वाहनों में ज्यादातर मजदूर पश्चिम बंगाल और झारखंड के थे।