- 'नमो मंत्र ई-नॉलेज' के जरिए कोरोना के खिलाफ लड़ाई में की जा रही है पहल
- एक मंच पर जुटे माननीय, विचारों के संगम से निकले हथियार से कोरोना को खत्म करने की अलख
- फाउंडेशन के अध्यक्ष कुमार सुशांत का कहना, लॉकडाउन में युवाओं को सार्थक संदेश देने की कोशिश
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के कारण उपजी परिस्थिति में लॉकडाउन के दौरान जहां सरकार ऑनलाइन को अधिक प्रमोट कर रही है, वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में शुरू की गई योजनाओं पर आधारित वीडियोज़ बनाकर उनका ऑनलाइन प्रचार-प्रसार के मकसद से कार्य कर रहे नमो मंत्र फाउंडेशन (Reg) ने एक नई पहल की शुरूआत की है।
'नमो मंत्र ई-नॉलेज' की पहल
फाउंडेशन ने आम जन में जागरूकता के लिए हिन्दी तथा अंग्रेजी भाषा में 'नमो मंत्र ई-नॉलेज' की शुरूआत की है। इस 'ई-नॉलेज' में भारत सरकार के मंत्रियों, सांसदों, शिक्षाविदों एवं देश के विभिन्न राज्यों में विभिन्न सेक्टर्स में कार्य कर रहे कुछ प्रमुख लोगों के लेख प्रकाशित किए गए हैं। 16 पृष्ठ के इस पाक्षिक 'ई-नॉलेज' में इस बार 'कोविड-19 विषय पर प्रधानमंत्री की नीतियों पर आधारित' विषय में प्रथम अंक में ही भारत सरकार के मंत्री, सांसद तथा कई शिक्षाविदों ने अपने विचारों को व्यक्त किए हैं।
अनोखी पहल को कुछ युवाओं ने किया डिजाइन
सबसे खास बात है कि इस पूरे कॉन्सेप्ट को कुछ युवाओं ने मिलकर डिजाइन किया और इसके विश्वव्यापी जागरूकता के लिए ऑनलाइन तौर पर इसकी शुरूआत की है। अब इस ई-नॉलेज को प्रधानमंत्री कार्यालय भेजने की तैयारी की जा रही है। प्रथम अंक में ही भारत सरकार में मंत्री मनसुख मंडाविया, साध्वी निरंजन ज्योति, भोपाल से सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर, मध्य प्रदेश में खंडवा से सांसद नंद कुमार सिंह चौहान, उत्तर प्रदेश में देवरिया से सांसद डॉ. रमापति राम त्रिपाठी, त्रिपुरा में त्रिपुरा ईस्ट से सांसद रेबती त्रिपुरा, भाजपा के राष्ट्रीय सचिव महेश गिरी, उत्तर प्रदेश में कृषि अनुसंधान परिषद के चेयरमैन कैप्टन विकास गुप्ता समेत कई मंत्रालयों, विभागाध्यक्षों तथा देश के विभिन्न राज्यों जैसे आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल में विभिन्न क्षेत्रों के जाने-माने व्यक्तियों के लेख प्रकाशित किए गए हैं।
लॉकडाउन में सार्थक संदेश देने की कोशिश
फाउंडेशन के अध्यक्ष कुमार सुशांत ने बताया कि हमने कुछ युवा साथियों के सहयोग से लॉकडाउन में एक संदेश देने की कोशिश की है कि अगर आपके पास कोई कॉन्सेप्ट हो तो उसे आप घर बैठे भी डिजिटली कार्यान्वित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि आज के आधुनिक दौर में अधिकतम कार्य ऑनलाइन ही पूर्ण होते हैं। ऐसे में 'नमो मंत्र ई-नॉलेज' एक ऐसा प्लेटफॉर्म बन रहा है, जहां भारत सरकार के मंत्री, सांसद समेत देश के विभिन्न राज्यों के कई विश्लेषक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लिए गए निर्णयों एवं उनसे देश में कैसे बदलाव आया, इस पर अपना विचार रख रहे हैं। उन्होंने कहा कि पाक्षिक तौर पर यह प्रयास लगातार जारी रहेगा और उनके पास कई सांसदों के लेख भी प्राप्त हो रहे हैं, जिसका प्रसार कर केंद्र सरकार की नीतियों को जन-जन तक पहुंचाना ही एकमात्र उद्देश्य है।