नयी दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने नवरात्रि के दौरान मांस की दुकानें बंद करने के दक्षिण दिल्ली नगर निगम (SDMC) के मेयर के निर्देश का समर्थन करते हुए मंगलवार को कहा कि इस तरह का प्रतिबंध पूरे देश में लगाया जाना चाहिए।
पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट से सांसद प्रवेश वर्मा ने मुसलमानों से 'भड़काऊ' बयानों से प्रभावित न होने और हिंदू त्योहार के प्रति सम्मान दिखाने तथा एसडीएमसी के फैसले का स्वागत करने की भी अपील की है।वर्मा ने कहा, 'नवरात्रि का त्योहार के दौरान जहां लोग उपवास रखते हैं और देवी की पूजा करते हैं। चाहे वह मुस्लिम समुदाय हो या अन्य, उन्हें इसका सम्मान करना चाहिए, यही हमारी संस्कृति कहती है।'
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एसडीएमसी के महापौर मुकेश सूर्यन ने सोमवार को कहा था कि नवरात्रि के दौरान 11 अप्रैल तक मांस की दुकानें नहीं खोलने दी जाएंगी और नगर निगम आयुक्त से उनके निर्देश का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने को कहा। नवारात्रि के दौरान मांस की दुकानों को खोलने पर प्रतिबंध लगाने के संबंध में अब तक आधिकारिक आदेश जारी नहीं किया गया है।
'दिल्ली के अन्य दो नगर निगमों को भी इसका पालन करना चाहिए'
नवरात्रि के दौरान मांस की दुकानों को बंद करने के एसडीएमसी महापौर के निर्देश का स्वागत करते हुए भाजपा सांसद ने कहा कि दिल्ली के अन्य दो नगर निगमों को भी इसका पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा, 'वास्तव में इसे पूरे देश में लागू किया जाना चाहिए।' उन्होंने कहा, 'अगर अन्य समुदाय के लोग हिंदू त्योहार का सम्मान करते हैं और फैसले का स्वागत करते हैं, तो हम भी उनके त्योहारों के दौरान सम्मान की भावना प्रकट करेंगे।'
एसडीएमसी के अधिकार क्षेत्र में लगभग 1,500 पंजीकृत मांस की दुकानें हैं। यह पहली बार है जब नगर निगम ने नवरात्रि के दौरान अपने अधिकार क्षेत्र में मांस की दुकानों को बंद करने के निर्देश जारी किए हैं।
दक्षिणी दिल्ली: नवरात्रि में मीट की दुकानें बंद करने का आदेश
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम (SDMC) के मेयर मुकेश सूर्यन ने सोमवार को नगर निकाय के आयुक्त को पत्र लिखकर नौ दिवसीय नवरात्रि उत्सव के दौरान उनके अधिकार क्षेत्र में आने वाली मांस की दुकानों को बंद करने के लिए आवश्यक कार्रवाई करने को कहा।यह पहली बार है कि 2-11 अप्रैल तक मनाए जा रहे नवरात्रि के दौरान नगर निकाय द्वारा मांस की दुकानों को बंद करने के निर्देश जारी किए गए हैं।
'भक्त सख्त शाकाहारी भोजन के साथ नौ दिनों तक उपवास रखते हैं'
एसडीएमसी आयुक्त ज्ञानेश भारती को लिखे पत्र में, सूर्यन ने कहा कि 'धार्मिक मान्यताएं और भक्तों की भावनाएं प्रभावित होती हैं' जब वे नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा की पूजा करने के लिए जाते हुए मांस की दुकानों के सामने से गुजरते हैं। उन्होंने कहा कि नवरात्रि की अवधि के दौरान, देवी दुर्गा के भक्त सख्त शाकाहारी भोजन के साथ नौ दिनों तक उपवास रखते हैं और मांसाहारी खाद्य पदार्थों, शराब और कुछ मसालों के सेवन से भी परहेज करते हैं।
सूर्यन ने पत्र में कहा, 'आम जनता की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए, दो अप्रैल से 11 अप्रैल 2022 तक चलने वाले नवरात्रि उत्सव के नौ दिन की अवधि के दौरान मांस की दुकानों को बंद करने के लिए कार्रवाई करने के लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश जारी किए जा सकते हैं।'
पूर्वी दिल्ली के मेयर ने नवरात्रि के दौरान मीट की दुकानें बंद रखने की मांग
दक्षिणी दिल्ली के बाद अब पूर्वी दिल्ली में 11 अप्रैल तक नवरात्रि पर्व के दौरान मांस की दुकानों को बंद करने के की मांग की गई है। इस पर मेयर श्याम सुंदर अग्रवाल ने कहा, 'अभी तक यह एक अपील है। हम नवरात्रि में प्याज-लहसुन का भी सेवन नहीं करते हैं। इसलिए मैंने सभी मांस विक्रेताओं से हिंदू भावनाओं को समझने और उन दिनों अपनी दुकानें बंद करने की अपील की है, यह सद्भाव को बढ़ावा देगा।'