- मिथुन चक्रवर्ती से कोलकाता पुलिस ने की पूछताछ
- चुनाव प्चार के दौरान उत्तेजक फिल्मी संवाद बोलने का था केस
- टीएमसी के कार्यकर्ता ने दर्ज कराई थी शिकायत बाद में एफआईआर में की गई तब्दील
भाजपा नेता और बॉलीवुड स्टार मिथुन चक्रवर्ती से फिलहाल कोलकाता पुलिस ने उनके जन्मदिन के मौके पर पूछताछ की। वो वर्चुअल तरीके से जांच में शामिल हुए। बंगाल में चुनाव नाव प्रचार के दौरान मिथुन ने अपने कुछ फिल्मी संवादों जैसे यहां मारेंगे, श्मशान में गिरोगे का इस्तेमाल किया। फिल्म बिरादरी से ताल्लुक रखने वाले एक शख्स ने मानिकतला थाने धारा 153A, 504, 505 और 120B के तहत शिकायत दर्ज कराई थी। जिसे एफआईआर में तब्दील कर दिया गया था।
उत्तेजक फिल्मी संवाद बोलने पर थी शिकायत
शिकायत को खारिज कराने के लिए मिथुन कोलकाता हाईकोर्ट गए थे। लेकिन कोर्ट ने उनसे सहयोग करने को कहा था। कोर्ट ने उन्हें कोविड की वजह से निजी तौर पर पेश होने से राहत दी थी। चुनाव प्रचार में अपने फिल्मों के डॉयलाग बोला था...जिस पर टीएमसी ने आपत्ति की थी। मिथुन चक्रवर्ती जब पीएम मोदी के सामने बीजेपी में शामिल हुए उससे पहले उन्होंने मंच से अलग अलग फिल्मों के संवाद बोले जिस पर टीएमसी ने तब चुनाव आयोग से ऐतराज जताया था।
मिथुन चक्रवर्ती के विवादित बोल
ब्रिगेड मैदान पर मिथुन ने हुंकार भरते हुए कहा था कि "मैं असली कोबरा हूं। डसूंगा तो तुम फोटो बन जाओगे। मैं जोलधरा सांप नहीं हूं, बेलेबोरा सांप भी नहीं, मैं कोबरा हूं। एक बाइट में ही काम तमाम कर दूंगा।
मिथुन चक्रवर्ती ने अपनी एक फिल्म का संवाद दोहराते हुए मिथुन ने कहा, "मारबो एखाने.. लाश पोरबाय शोशाने (मारूंगा यहां पर और लाश गिरेगा श्मशान में)।
ममता बनर्जी ने भी जताई थी आपत्ति
मिथुन चक्रवर्ती के इस बोली पर ममता बनर्जी ने आक्रामक अंदाज में बीजेपी का प्रतिवाद किया था। उन्होंने कहा कि आप बीजेपी के नेताओं से इस तरह की भाषा की ही उम्मीद कर सकते हैं। जिन लोगों के दिल और दिमाग दोनों जगह जहर भरा हुआ है वो इस तरह के संवाद के जरिए नफरत के बीज बो रहे हैं हैं लेकिन बंगाल की जनता उन्हें कभी कामयाब नहीं होने देगी। बंगाल की धरती सदैव शांति की पोषक रही है और उम्मीद है कि जनता इन चुनावों में बीजेपी को जवाब देने में सहयोग करेगी।