- कोविशील्ड के दूसरे डोज के समय में बदलाव, अब 12 से 16 हफ्ते का समय
- सरकार पर लगे आरोप की नाकामी छिपाने के लिए डोज के बीच अंतर बढ़ाया गया
- एनटीएजीआई ने फिर बताया कि टीकाकरण के असरकारी गुण को बढ़ाने के लिए अंतराल बढ़ाया गया
देश में कोरोना के मामले अब थमते हुए नजर आ रहे हैं। बुधवार को जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटों में कुल 62, 224 केस आए जबकि 2,54 लोगों का निधन हुआ। हालांकि डिस्चार्ज करने वालों की संख्या एक लाख से ऊपर है। इन सबके बीच सरकार ने एक बार फिर बताया कि कोविशील्ड के दो डोज के बीच अंतर को क्यों बढ़ाया गया।
वैज्ञानिक आधार पर गैप को बढ़ाया गया
टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआई) डॉ एनके अरोड़ा ने समझाया कि दो कोविशिल्ड खुराक के बीच के अंतर को 4-6 सप्ताह से बढ़ाकर 12-16 सप्ताह करने का निर्णय एडिनोवेक्टर टीकों के व्यवहार के संबंध में मौलिक वैज्ञानिक कारणों में निहित है।यह वह आधार था जिसके आधार पर उन्होंने अल्फा संस्करण के प्रकोप पर काबू पा लिया। ब्रिटेन इससे बाहर आने में सक्षम था क्योंकि उन्होंने 12 सप्ताह का अंतराल रखा था।
कोरोना अपडेट
- रिकवरी दर बढ़कर 95.80% हो गई,
- साप्ताहिक सकारात्मकता दर 5% से कम हो गई, वर्तमान में 4.17% है।
- दैनिक सकारात्मकता दर 3.22%
- लगातार 9 दिनों तक 5% से कम
- अब तक 26 करोड़ से अधिक का वैक्सीनेशन
13 मई को डोज में गैप बढ़ाने का लिया गया था फैसला
हमने सोचा कि यह एक अच्छा विचार है क्योंकि वैज्ञानिक कारण हैं कि जब अंतराल बढ़ाया जाता है, तो एडिनोवेक्टर टीके बेहतर प्रतिक्रिया देते हैं। इसलिए 13 मई को अंतराल को बढ़ाकर 12 - 16 सप्ताह करने का निर्णय लिया गया। इसकी वजह से लोगों को वैक्सीनेशन सेंटर पर जाने में सहुलियत होती है। क्योंकि हर कोई ठीक 12 सप्ताह में नहीं आ सकता है।