- सुराग हाथ लगे हैं, जल्द सुलझा लेंगे मोहाली विस्फोट मामले को: पुलिस महानिदेशक
- इस घटना को एक बड़ी खुफिया विफलता के रूप में देखा जा रहा है
- कार्यालय की इमारत में पुलिस के खुफिया निरोधी दस्ते, विशेष कार्य बल और कुछ अन्य इकाइयां भी हैं
पंजाब के मोहाली में हुए विस्फोट को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है। कई संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। हमले में प्रयुक्त लॉन्चर को पुलिस ने बरामद कर लिया है और मामले में सामने आए सभी सुरागों पर बारीकी से काम किया जा रहा है। एसएएस नगर के जिला जनसंपर्क अधिकारी ने ये जानकारी दी।
इस बीच केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने सोमवार को मोहाली में पंजाब पुलिस के खुफिया मुख्यालय की इमारत के बाहर हुए विस्फोट में पाकिस्तान स्थित आतंकवादी से जुड़े खालिस्तानी चरमपंथी समूह के संदिग्ध ओवरग्राउंड वर्कर्स की भूमिका पाई है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि जांच के दौरान उन्हें विस्फोट स्थल के पास पाकिस्तान स्थित आतंकवादी हरविंदर सिंह रिंडा से जुड़े एक संदिग्ध की मोबाइल लोकेशन मिली है। हमने विस्फोट स्थल के दायरे में आने वाले सभी मोबाइल टावरों के डंप डेटा तक पहुंचने के बाद सैकड़ों मोबाइल फोन लोकेशंस को स्कैन किया है और कुछ संदिग्ध पाए गए हैं।
उन्होंने कहा कि इनमें से एक नंबर कथित तौर पर रिंडा से जुड़े एक ओवरग्राउंड वर्कर का है। मामले में और जानकारी हासिल करने के लिए संदिग्ध को पकड़ने के लिए टीमों का गठन किया गया है। यह भी संदेह है कि रॉकेट से चलने वाले ग्रेनेड (RPG) को पाकिस्तान की सीमा से भारत में तस्करी कर लाया गया था क्योंकि रिंडा कथित रूप से सीमा पार से हथियारों और गोला-बारूद की तस्करी में शामिल रहा है।
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इससे पहले पंजाब पुलिस ने रविवार को तरनतारन जिले के एक गांव में करीब 1.5 किलो आरडीएक्स से भरा एक विस्फोटक उपकरण बरामद किया था और दो लोगों को गिरफ्तार किया था।
हमले को लेकर कई खुलासे हुए हैं। सूत्रों से खबर आई दो लोग सफेद कार से आए थे। दोनों लोगों ने बिल्डिंग की पार्किंग में गाड़ी रोकी और फिर रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड से हमला किया। अब तक मिली जानकारी के मुताबिक ये हमला करीब अस्सी मीटर की दूरी से किया गया।