- सबसे ज्यादा ब्लैक स्पॉट तमिलनाडु में चिन्हित किए गए हैं।
- वहीं ब्लैक स्पॉट पर मरने वालों की सबसे ज्यादा संख्या उत्तर प्रदेश में हैं।
- सबसे कम ब्लैक स्पॉट मेघालय में है। वहां पर केवल एक ब्लैक स्पॉट है।
Cyrus Mistry Road Accident: टाटा संस के पूर्व चैयरमैन साइरम मिस्त्री की सड़क हादसे में मौत ने कई सारे सवाल अचानक फिर से सामने ला दिए हैं। मिस्त्री जिस कार में बैठे थे, उस कार को प्रसिद्ध गायनेकोलॉजिस्ट डॉ.अनायता पंडोले ड्राइव कर रही थी। जिस वेस्टर्न एक्स्प्रेस-वे पर कार हादसा हुआ है, उस पर जगह-जगह बेतरतीब लगे होर्डिंग्स पर भी वह कई सवाल उठा चुकी थी। उन्होंने BMC को इस बारे में चेताया था कि होर्डिंग्स की वजह से दुर्घटना का खतरा बन रहता है। यानी इसकी वजह से कई ब्लैक स्पॉट (Black Spots)बन गए हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि देश में 5803 ब्लैक स्पॉट्स हैं। जो केवल तीन साल में 39 हजार से ज्यादा लोगों की जान ले चुके हैं।
किन्हें कहा जाता है Black Spots
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने नेशनल हाईवे पर ऐसे जगहों की पहचान की है, जहां पर 5 सड़क हादसे या फिर 10 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। इन्हें मंत्रालय ने ब्लैक स्पॉट कहा है। दिसंबर 2021 में लोक सभा में सरकार द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार देश में कुल 5803 ब्लैक स्पॉट हैं। सबसे ज्यादा ब्लैक स्पॉट तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक में हैं। और केवल 2016 से 2018 के दौरान 79 हजार हादसे हुए हैं। और इन हादसों में 39 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई है।
देखें Black Spots की लिस्ट
राज्य | ब्लैक स्पॉट |
तमिलनाडु | 748 |
पश्चिम बंगाल | 701 |
कर्नाटक | 551 |
तेलंगाना | 485 |
आंध्र प्रदेश | 466 |
उत्तर प्रदेश | 405 |
गुजरात | 250 |
मध्य प्रदेश | 303 |
पंजाब | 296 |
राजस्थान | 349 |
केरल | 243 |
हिमाचल प्रदेश | 116 |
दिल्ली | 113 |
ओडीसा | 169 |
छत्तीसगढ़ | 142 |
बिहार | 64 |
उत्तराखंड | 54 |
जम्मू और कश्मीर | 64 |
झारखंड | 58 |
महाराष्ट्र | 25 |
असम | 95 |
हरियाणा | 23 |
गोवा | 29 |
सिक्किम | 10 |
अरूणाचल प्रदेश | 5 |
चंडीगढ़ | 6 |
नगालैंड | 17 |
मणिपुर | 5 |
त्रिपुरा | 8 |
मिजोरम | 2 |
मेघालय | 1 |
कुल Black Spot | 5803 |
स्रोत: सड़क परिवहान एवं राजमार्ग मंत्रालय
Seat Belt Rules: कार की पिछली सीट बेल्ट लगाना क्यों है जरूरी? जानिए क्या हैं नियम
पिछले साल सड़क हादसों में रिकॉर्ड मौंते
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो की ताजा रिपोर्ट के अनुसार साल 2021 में भारत में करीब 1.55 लाख लोगों ने सड़क हादसे में अपनी जान गंवाई है। जो कि किसी एक साल में सबसे ज्यादा मौतें हैं। साल 2021 में 3.71 लाख लोग सड़क हादसे में घायल हुए हैं। जबकि इस दौरान 4 लाख से ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं हुई है। अगर दुनिया के आंकड़ों को देखा जाय तो भारत की स्थिति और चिंताजनक दिखाई देती है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी द्वारा अप्रैल में दी गई जानकारी के अनुसार भारत में सड़क हादसों में मरने वालों की संख्या सबसे ज्यादा है। वहीं घायलों के आधार पर भारत तीसरे स्थान पर आता है।
ब्लैक स्पॉट पर सबसे ज्यादा मौतें
राज्य | सबसे ज्यादा मौतें |
उत्तर प्रदेश | 1814 |
तमिलनाडु | 1796 |
पश्चिम बंगाल | 1052 |
कर्नाटक | 1005 |
आंध्र प्रदेश | 931 |
नोट: सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा साल 2018 के आंकड़े
जानें अधिकतम स्पीड लिमिट क्या है
भारत में एक्स्प्रेस-वे से लेकर चार लेन और दूसरी सड़कों के लिए स्पीड लिमिट क्या है। इसको लेकर सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा साल 2018 में दी गई जानकारी के अनुसार, वाहनों की कैटेगरी के आधार पर राजमार्गों के आधार पर स्पीड लिमिट तय की गई है। जो निम्नलिखित हैं...
वाहन कैटेगरी | एक्सप्रेस-वे पर स्पीड लिमिट (KM/H) | चार लेन या उससे ज्यादा पर स्पीड लिमिट (KM/H) | म्युनिसिपल रोड और अन्य सड़कें पर स्पीड लिमिट (KM/H) |
8 सीट वाले वाहन | 120 | 100 | 70 |
9 सीट या उससे ज्यादा वाले वाहन | 100 | 90 | 60 |
गुड्स कैरिअर | 80 | 80 | 60 |
मोटरसाइकिल | 80 (अनुमति होने पर) | 80 | 60 |
क्वॉड्रीसाइकिल | - | 60 | 60 |
थ्री व्हीलर | - | 50 | 50 |