- वीआईपी सुविधाओं के आदी हो चुके अंसारी को इस दफा जेल में आम कैदी की तरह से रहना पड़ रहा है
- वो यहां के मच्छरों से बेहद परेशान है और उसे नींद नहीं आ रही है
- जेल के आम कैदियों की तरह ही मुख्तार का बिस्तर जमीन पर लगा हुआ है
माफिया डॉन मुख्तार अंसारी को पंजाब की रोपड़ जेल से उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में शिफ्ट किया गया है उसे यहां बहुत ज्यादा सिक्योरिटी में रखा गया है, बताते हैं कि मुख्तार अंसारी आकर खासा बेचैन है इसकी वजह यहां के मच्छर बताए जा रहे हैं जो उसकी रातों की नींद उड़ाए हुए हैं और वो चैन से सो नहीं पा रहा है। कहा जाता है कि पंजाब की जेल में वो यहां से खासी अच्छी व्यवस्था में था जो यहां आकर छूट गई है जिससे वो परेशान है।
मुख्तार अंसारी को जब से बांदा जेल के बैरक में शिफ्ट किया गया है तब से उसकी रातों की नींद उड़ी हुई है खासी आवभगत का आदी हो चुके अंसारी को इस दफा जेल में आम कैदी की तरह से रहना पड़ रहा है जिसकी वजह से ना तो उसे रात में नींद आ रही है ना ही दिन का चैन मिल पा रहा है।
सूत्रों के मुताबिक वो यहां के मच्छरों से बेहद परेशान है और उसे नींद नहीं आ रही है, हालांकि बताते हैं कि अब उसकी मांग पर जेल प्रशासन ने नियमों के अनुसार उसे मच्छरदानी दी है।
मुख्तार अंसारी को इस बार जेल मैन्युअल के हिसाब से जेल में रहना पड़ रहा है जेल के आम कैदियों की तरह ही मुख्तार का बिस्तर जमीन पर लगा हुआ है जिसपर वो सो नहीं पा रहा है।
मुख्तार को जेल में बना हुआ खाना ही मिल रहा है और उसे जो खाना दिया गया है, जेल सूत्रों के मुताबिक उसे जेल का खाना पसंद नही आया, इससे पहले मुख्तार का बांदा जेल में कोरोना टेस्ट भी हुआ है और उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी
अंसारी के खिलाफ गुनाहों की फेहरिस्त लंबी
मुख्तार अंसारी यूपी पुलिस के हत्थे न चढ़े इसके लिए तमाम हथकंडे अपनाए लेकिन सुप्रीम कोर्ट में उसकी हर चाल धरी की धरी रह गई। शीर्ष अदालत के आदेश के बाद पंजाब की सरकार ने उसे यूपी पुलिस को सौंपा।
अपराध की दुनिया में अंसारी का नाम 1990 के दशक में शुरू हुआ। शुरुआत में वह प्रॉपर्टी एवं ठेके का काम करना शुरू किया और फिर धीरे-धीरे जरायम की दुनिया में कदम रखा। नवंबर 2005 में उस पर भारतीय जनता पार्टी के विधायक कृष्णानंद राय की हत्या कराने के आरोप उस पर लगे।