नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में जारी विधानसभा चुनाव के दौरान लगातार हिंसा की खबरें सामने आ रही हैं। शनिवार को 44 सीटों पर चौथे चरण के चुनाव में सीआईएसएफ कर्मियों की गोलीबारी में चार लोगों की मौत सहित पांच लोग मारे गए। पुलिस ने बताया कि पश्चिम बंगाल के कूचबिहार में स्थानीय लोगों ने केंद्रीय बल के कर्मियों से 'राइफल छीनने का प्रयास' किया जिसके बाद सुरक्षा बलों की गोलीबारी में चार लोग मारे गए। इसके अलावा एक अन्य घटना में सीतलकूची के पठानतुली में मतदान केंद्र के बाहर तृणमूल कांग्रेस (TMC) और भाजपा के कार्यकर्ताओं के बीच संघर्ष हो गया जिसमें 18 वर्षीय आनंद बर्मन की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
शाह ने ममता पर लगाया तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप
आज गृह मंत्री अमित शाह ने आनंद बर्मन की हत्या को लेकर ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, 'ममता बनर्जी ने केवल चार लोगों के लिए शोक व्यक्त किया। उन्होंने आनंद बर्मन के लिए एक भी आंसू नहीं बहाया क्योंकि वह राजवंशी समुदाय से था। वह उनकी तुष्टिकरण की राजनीति के लिए उपयुक्त नहीं था। इस प्रकार की राजनीति बंगाल की संस्कृति नहीं है। ममता बनर्जी के पास अभी भी पांचवीं हत्या (आनंद बर्मन) पर शोक व्यक्त करने और अपने भाषण के लिए बंगाल के लोगों से माफी मांगने का समय है।'
'ममता बनर्जी आनंद बर्मन को श्रद्धांजलि नहीं देती हैं'
गृह मंत्री ने कहा कि बंगाल के चुनाव के चौथे चरण के मतदान में कल एक दुखद घटना हुई। एक बूथ पर कुछ अज्ञात लोगों ने हमला किया केंद्रीय सुरक्षा बल के हथियार लूटने का प्रयास किया, सुरक्षा बल को अपने बचाव में गोली चलानी पड़ी इसमें चार लोगों की मृत्यु हुई है। उसी बूथ पर गुंडों द्वारा आनंद बर्मन की हत्या की गई। इसलिए हत्या की गई कि वहां मतदान न हो। सुरक्षा बलों के हथियार लूटने की कोशिश हई, लेकिन ममता दीदी सिर्फ 4 लोगों को श्रद्धांजलि देती हैं। आनंद बर्मन को श्रद्धांजलि नहीं देती हैं। मृत्यु में भी तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति से पता चलता है कि बंगाल की राजनीति को ममता दीदी ने कितना नीचे गिराया है इसका ये एक उदाहरण है।
BJP के आने से हिंसा खत्म हो जाएगी: अमित शाह
शाह ने कहा, 'उसी सीट पर ममता दीदी ने कुछ दिन पहले भाषण दिया था कि केंद्रीय सुरक्षा बल के जवान आएं तो उन्हें घेर लो। मैं ममता दीदी से पूछना चाहता हूं कि क्या आपका भाषण उन 4 लोगों की मौत का जिम्मेदार नहीं है? मैं बंगाल की जनता से वादा करता हूं कि 2 मई के बाद जब बंगाल में मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा सरकार बनेगी, ये चुनावी हिंसा, राजनीतिक हिंसा हमेशा के लिए बंगाल को छोड़कर चली जाएगी।'