मुंबई : देशभर में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण और लॉकडाउन के बीच महाराष्ट्र से दिल को झकझोर कर देने वाली एक घटना सामने आई है। यहां लॉकडाउन के कारण साधन के अभाव में एक महिला अपने पति के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाई। वीडियो कॉल के जरिये ही उन्होंने अपने पति की आखिरी झलक देखी। उनके पति का निधन कैंसर के कारण हो गया, जिससे वह पिछले कुछ समय से जूझ रहे थे।
सिंधुदुर्ग जिले की घटना
यह घटना सिंधुदुर्ग जिले की बताई जा रही है। यहां डोडामार्ग तहसील के मोरले गांव में रहने वाली एक महिला के पति का कैंसर के कारण 16 अप्रैल को निधन हो गया था। उनका निधन मुंबई में हुआ, जहां वह इलाज के सिलसिले में देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा से पहले 22 मार्च को पहुंचे थे। 25 मार्च को जब देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा हुई तो न महिला मुंबई जा सकी और न ही आखिरी समय तक उनके पति को गांव ले जाने की व्यवस्था हो पाई।
'बेहद मुश्किल था वक्त'
महिला के बेटे ने बताया कि वह समय उनके लिए कितना मुश्किल भरा था, जब एक तरफ पिता की हालत दिनों-दिन बिगड़ती जा रही थी और आखिर में उन्होंने दम तोड़ दिया, वहीं गांव में उनकी मां आखिरी क्षणों में भी उनसे मिलने के लिए छटपटा रही थीं। लॉकडाउन के कारण मुंबई से करीब 490 किलोमीटर दूर सिंधुदुर्ग जिले के गांव तक उनके पिता के शव को ले जाना भी संभव नहीं हो पाया और उन्हें मुंबई में ही शव का अंतिम संस्कार करना पड़ा।
वीडियो कॉल से किया अंतिम दर्शन
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के कारण न तो उनके पास शव को गांव ले जाने का कोई रास्ता था और न ही वह अपनी मां को मुंबई बुला सकते थे। ऐसे में दुख की उस घड़ी में उन्होंने वीडियो कॉल की व्यवस्था की, जिसके जरिये उनकी मां ने पति की अंतिम झलक देखी और उन्हें श्रद्धांजिल अर्पित की।