- मुस्लिम भक्तों में राम मंदिर को जबरदस्त उत्साह, ईंट लेकर निकले अयोध्या
- पांच अगस्त को राम मंदिर के लिए अयोध्या में होना है ‘भूमि पूजन’ समारोह
- मुस्लिम भक्त बोले- धर्म बदलने से पूर्वज नहीं बदलते, मनाएंगे जश्न
नई दिल्ली: अयोध्या में राम मंदिर मंदिर भूमि पूजन को लेकर केवल राम भक्तों में ही उत्साह नहीं है बल्कि मुस्लिम भक्त भी मंदिर निर्माण को लेकर बेहद उत्साहित हैं। दशकों तक चले इस विवाद के बाद एक बार फिर दोनों धर्मों के लोगों के बीच दूरियां कम होती हुई दिख रही हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक छत्तीसगढ़ के रहने वाले फैज खान अपने गांव से मंदिर के भूमि पूजन के लिए ईंट लेकर जा रहे हैं जबकि अन्य तीन मुस्लिम राम भक्त प्रभु राम का आशीर्वाद लेने के लिए भूमि पूजन में शामिल होंगे।
टीओआई ने कम से कम पांच मुस्लिम भक्तों, राजा रईस, वसी हैदर, हाजी सईद, जमशेद खान और आज़म खान से बात की, जो राम को-इमाम-ए-हिंद ’मानते हैं। ये सभी राम को इमाम-ए-हिंद और कई राजपूतों का पूर्वज मानते हैं जिन्होंने बाद में फिर इस्लाम धर्म को अपना लिया।
इमाम-ए-हिंद थे भगवान राम
उन्होंने आगे बताया, 'हमने बाद में इस्लाम में धर्म अपना लिया और इस्लाम के अनुसार प्रार्थना की एक प्रणाली अपनाई, लेकिन हमारे धर्म को बदलने से हमारे पूर्वजों नहीं बदल जाते। हमें विश्वास है कि राम हमारे पूर्वज थे और हम इस अवसर को अपने हिंदू भाइयों के साथ मनाएंगे।' सईद अहमद,जो हज करके लौटे हैं, वह एक कट्टर मुस्लिम हैं, लेकिन राम भक्त भी हैं। सईद बताते हैं कि हम भारतीय मुस्लिम मानते हैं कि राम इमाम-ए-हिंद थे इसलिए मैं मंदिर निर्माण का जश्न मनाने के लिए अयोध्या में रहूंगा।
मनाएंगे जश्न
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के प्रांत प्रभारी, डॉ. अनिल सिंह ने पुष्टि की कि राम भक्त, फैज़ खान का अयोध्या में अपने गृह राज्य छत्तीसगढ़ से ईंटों के साथ आ रहे हैं। उन्होंने कहा, 'भारत भर से कई मुस्लिम कारसेवक हैं, जो उत्सव में भाग लेने के लिए मंदिर शहर आ रहे हैं।' फैजाबाद के निवासी रशीद अंसारी ने कहा, 'यह एक आशीर्वाद होगा, अगर हमें गर्भगृह में प्रवेश करने का मौका मिलता है, जहां नींव प्रधानमंत्री द्वारा रखी जाएगी। यदि सुरक्षा घेरे में हमारी प्रवेश नहीं होता है तो हम तब भी उसके बाहर जश्न मनाएंगे।'
पीएम करेंगे भूमि पूजन
आपको बता दें कि अयोध्या में आगामी पांच अगस्त को राम मंदिर के ‘भूमि पूजन’ समारोह होना है जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाग लेंगे। उनके अलावा जिन लोगों को आमंत्रित किया जा रहा हैं उनमें भाजपा के वयोवृद्ध नेता लालकृष्ण आडवाणी तथा मुरली मनोहर जोशी और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत शामिल हैं।