कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से प्रवर्तन निदेशालय की पूछताछ के खिलाफ कांग्रेस पार्टी 21 जुलाई को विरोध प्रदर्शन के लिए तैयार है। पार्टी ने अन्य विपक्षी दलों से भी एकजुटता दिखाने का अनुरोध किया है। कांग्रेस के सांसद संसद में विरोध प्रदर्शन कर सकते हैं जबकि पार्टी के वरिष्ठ नेता एआईसीसी मुख्यालय 24, अकबर रोड पर जमा होंगे। सोमवार को विपक्षी नेताओं की एक बैठक में मल्लिकार्जुन खड़गे और जयराम रमेश ने अन्य दलों से 21 जुलाई को विरोध प्रदर्शन में शामिल होने का अनुरोध किया।
आपको बता दें कि नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया गांधी से ईडी की पूछताछ पहले ही होने वाली थी। हालांकि, खराब सेहत के कारण उन्हें राहत देते हुए तारीख बढ़ा दी गई। अब उनसे 21 जुलाई को पूछताछ होनी है। इस दिन उनकी पार्टी पूरे देश में प्रदर्शन करने जा रही है। इसको लेकर तैयारियां भी की जा रही हैं। कल इस बाबत कांग्रेस मुख्यालय में प्रभारी ,महासचिवों और वरिष्ठ नेताओं की बैठक पार्टी मुख्यालय में की गयी। बैठक में इस पूछताछ के खिलाफ 'सत्याग्रह' की योजना बनाई जाएगी।
कांग्रेस ने अपने सभी प्रदेश अध्यक्षों और सीएलपी को भी दिल्ली बुलाया है। इसके अलावा 'सत्याग्रह' में राजस्थान और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे। आपको बता दें कि जब राहुल गांधी से पूछताछ हुई थी, तब अशोक गहलोत और भूपेश बघेल ने दिल्ली में डेरा जमाया था। अभी कांग्रेस का संसद सत्र चल रहा है ऐसे में इसकी गूंज संसद में भी सुनाई देगी। कांग्रेस की योजना है की पार्टी सांसद इस मामले को संसद में उठाये ,कांग्रेस सोनिया गांधी से ED की पूछताछ को पूरी तरह राजनीतिक बदले के तहत से लिया हुआ बता रही है।
सोनिया गांधी को नेशनल हेराल्ड केस में ईडी ने पूछताछ के लिए समन भेजा था। ईडी की ओर से इस मामले में राहुल गांधी को भी नोटिस भेजा गया था। राहुल गांधी ईडी के कार्यकाल में 30 घंटे से अधिक बिता चुके हैं। जब उनसे पूछताछ हो रही थी दिल्ली में कांग्रेस के तमाम बड़े नेताओं से लेकर कार्यकर्ताओं ने हंगामा काटा था जिसके बाद पार्टी पर सवाल भी उठा की कांग्रेस अपने नेता के लिए पांच दिन सड़क पर दिखी लेकिन जनता के लिए नहीं।