नई दिल्ली : कांग्रेस में सिद्धू के पंजाब अध्यक्ष पद पर इस्तीफे को लेकर सस्पेंस बरकारर है। इस्तीफा मंजूर हुआ या खारिज अब तक साफ नहीं है। दिल्ली में सिद्धू की एक घण्टे की बैठक के बाद भी सब कुछ साफ नहीं है। सूत्रों के मुताबिक कल कांग्रेस नेतृत्व से नवजोत सिंह सिद्धू की मुलाकात संभव है।28 सितंबर को पंजाब अध्यक्ष पद से इस्तीफे के करीब 17 दिन बाद सिद्धू दिल्ली पहुँचे।
शुक्रवार को खास बैठक
प्रभारी हरीश रावत और संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल से घण्टेभर की मुलाकात के बाद भी सिद्धू पर सस्पेंस खत्म नहीं हुआ। सिद्धू बोले उन्होंने पंजाब और पंजाब से जुड़ी चिंताओं को पार्टीआलाकमान के सामने रखा है और आगे सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गाँधी का फैसला मान्य होगा ।हालांकि बैठक के बाद प्रभारी हरीश रावत ने कहा कि आदेश साफ है कि नवजोत सिंह सिद्धू प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर काम पूरी शक्ति से करें और ये आलाकमान का आदेश है ... लेकिन एक दूसरे बयान में हरीश रावत अपने बयान से पलटते दिखे की उन्होंने ऐसा कहा कि सिद्दू अध्यक्ष पद पर बने रहेंगे।दरअसल पार्टी नेतृत्व भी सिद्धू के हाल के रवैये से नाराज है। सूत्रों के मुताबिक सिद्धू पर फैसला अब शुक्रवार को पार्टी नेतृत्व से सिद्धू की मुलाकात के बाद होगा।
सिद्धू ने अध्यक्ष पद से दे दिया था इस्तीफा
कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे चुके नवजोत सिंह सिद्धू ने गुरुवार को संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल और पंजाब प्रभारी हरीश रावत से मुलाकात की तथा उन मुद्दों से वरिष्ठ नेताओं को अवगत कराया जिनको लेकर उन्होंने पिछले दिनों पद छोड़ा था।सूत्रों का कहना है कि 24 अकबर रोड़ (कांग्रेस मुख्यालय) पर करीब सवा घंटे तक चली बैठक में पंजाब सरकार और संगठन से जुड़ों पर चर्चा हुई तथा सहमति बनाने का प्रयास हुआ ताकि चुनाव से पहले पूरी पार्टी एकजुट होकर मैदान में उतर सके। बैठक के बाद रावत ने कहा कि सिद्धू और मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी जी बातचीत कर चुके हैं। कुछ चीजें ऐसी होती हैं जिनमें समय लगता है....कांग्रेस अध्यक्ष का फैसला सबको स्वीकार होगा।
प्रियंका गांधी और राहुल गांधी पर पूरा विश्वास
सिद्धू ने कहा कि मैंने पंजाब और पंजाबियों से जुड़ी चिंताओं से पार्टी आलाकमान को अवगत कराया है। मुझे कांग्रेस अध्यक्ष, राहुल गांधी जी और प्रियंका गांधी जी में पूरा विश्वास है। वो जो भी फैसला करेंगे, वो कांग्रेस और पंजाब के हित में होगा। मैं उनके निर्देशों का पालन करूंगा।उल्लेखनीय है कि सिद्धू ने 28 सितंबर को कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र में सिद्धू ने कहा था कि वह पार्टी की सेवा करना जारी रखेंगे। उन्होंने पत्र में लिखा था कि किसी भी व्यक्ति के व्यक्तित्व में गिरावट समझौते से शुरू होती है, मैं पंजाब के भविष्य और पंजाब के कल्याण के एजेंडे को लेकर कोई समझौता नहीं कर सकता हूं।
कांग्रेस आलाकमान ने अब तक सिद्धू का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है। पिछले दिनों कैप्टन अमरिंदर सिंह के मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद चरणजीत सिंह चन्नी को यह जिम्मेदारी सौंपी गई थी। उस दौरान यह भी चर्चा थी कि सिद्धू मुख्यमंत्री चन्नी की कार्यशैली को लेकर भी खुश नहीं हैं, हालांकि कांग्रेस के सूत्र इससे इनकार करते हैं।
कांग्रेस सूत्रों ने यह भी बताया कि फिलहाल सिद्धू के दिल्ली दौरे के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से उनकी मुलाकात का कोई कार्यक्रम तय नहीं है।