अमृतसर : पंजाब के पूर्व मंत्री व कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू के शॉल को लेकर विवाद पैदा हो गया है। उन्होंने जो शॉल ओढी थी, उस पर धार्मिक प्रतीक चिह्न बने थे। इसे सिख समुदाय की भावनाओं को आहत करने वाला बताया गया अकाल तख्त ने इसके लिए कांग्रेस नेता से माफी की मांग की, जिस पर सिद्धू ने माफी मांग ली है।
कांग्रेस विधायक और पूर्व लोकसभा सांसद सिद्धू ने कुछ दिनों पहले ही पहले अपने यूट्यूब चैनल 'जीतेगा पंजाब' पर एक वीडियो डाला था, जिसमें वह ये शॉल ओढ़े नजर आ रहे हैं। यह वीडियो पंजाब में जालंधर के एक गांव का है, जहां कांग्रेस नेता कुछ किसानों के साथ बैठे नजर आ रहे हैं।
'माफी मांगें सिद्धू'
उन्होंने जो शॉल ओढी है, उसे धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला करार देते हुए अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने मंगलवार को कहा कि कांग्रेस नेता को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सिद्धू ने यह शॉल ओढ़कर सिख समुदाय की भावनाओं को आहत किया है।
सिखों की सर्वोच्च धार्मिक संस्था के जत्थेदार जानी हरप्रीत सिंह ने कांग्रेस नेता द्वारा इस तरह की शॉल ओढ़ने को 'दुर्भाग्यपूर्ण' करार देते हुए कहा कि उन्हें तत्काल इसके लिए माफी मांगनी चाहिए। सोशल मीडिया पर भी बहुत से लोगों ने सिद्धू की इसके लिए आलोचना की है और उनसे माफी की मांग की है।
इसके बाद बुधवार को सिद्धू ने कहा कि वह अनजाने में सिखों की भावनाओं को आहत करने के लिए माफी मांगते हैं। उन्होंने ट्वीट किया, 'श्री अकाल तख्त साहिब सर्वोच्च है। अनजाने में मैंने यदि एक भी सिख की भावना को आहत किया है तो मैं उसके लिए क्षमा मांगता हूं। लाखों लोग अपनी पगड़ी या कपड़ों पर सिख धर्म के प्रतीकों का इस्तेमाल करते हैं। यहां तक कि गर्व से टैटू भी बनवाते हैं। एक आदर्श सिख के नाते मैंने भी बिना किसी गलत नीयत के अनजाने में शॉल ओढ़ी।'