- केरल में एक बार फिर दी निपाह वायरस ने दस्तक
- कोझिकोड़ में अस्पताल में भर्ती बच्चे की निपाह वायरस से हुई मौत
- 2018 में भी केरल के कोझीकोड और मलाप्पुरम जिलों में फैला था निपाह
कोझिकोड़: केरल में कोरोना वायरस के मामले कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं कि इस बीच राज्य में निपाह वायरस के संक्रमण से पीड़ित एक 12 वर्षीय लड़के की अस्पताल में मौत हो गई है। पीड़ित लड़के के शरीर से नमूने लिए गए थे जिन्हें पुणे के राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान (एनआईवी) संस्थान भेजा गया जहां उनमें निपाह वायरस की मौजूदगी की पुष्टि हुई। केरल के कोझिकोड जिले में इस साल 3 सितंबर को निपाह वायरस का एक मामला सामने आया था। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने आज बताया है कि निपाह वायरस से संक्रमित पीड़ित 12 साल की बच्चे एक अस्पताल में ईलाज के दौरान मौत हो गई है।
केंद्र ने भेजी टीम
निपाह वायरस चमगादड़ों की लार से फैलता है। चमगादड़ जब फलों को खाता है तो उसकी लार उन फलों पर लग जाती है। वायरस का शिकार बच्चा कुछ दिन पहले अस्पताल में भर्ती हुआ था और आज सुबह उसका निधन हो गया। इस बीच केंद्र सरकार ने राज्य में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केन्द्र के दल (एनसीडीसी) की एक टीम भेजी है, जो आज पहुंच रही है। टीम राज्य को तकनीकी सहयोग प्रदान करेगी। आपको बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब केरल में निपाह वायरस का मामला सामने आया है, 2018 में भी केरल के कोझीकोड और मलाप्पुरम जिलों में निपाह का प्रकोप हुआ था। तथा 17 लोगों की मौत हो गई थी।
स्वास्थ्य मंत्री बोलीं- कर रहे हैं ट्रेसिंग
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने इस मामले की जानकारी देते हुए कहा, ‘दुर्भाग्य से लड़के की सुबह पांच बजे मौत हो गई। बच्चे की हालत कल रात को बेहद नाजुक थी। हमने कल रात को कई दल बनाए थे और उन्होंने बच्चे के संपर्क में आए लोगों को खोजना शुरू कर दिया है। बच्चे के संपर्क में आए लोगों को पृथक करने के लिए कदम उठाए गए हैं। लड़के के करीबी संपर्कों में से किसी में भी अब तक कोई लक्षण नहीं हैं और स्वास्थ्य विभाग पीड़ित लड़के के संपर्कों का पता लगा चुका है।’