- चक्रवाती तूफान निसर्ग महाराष्ट्र के तट से दोपहर तकरीबन 1 बजे टकराया, रायगढ़ में सबसे ज्यादा हो सकता है नुकसान
- एनडीआरफ की 43 टीमों ने महाराष्ट्र और गुजरात में 1 लाख लोगों को तूफान आने से पहले सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया
- 120 किमी प्रतिघंटा है लैंडफॉल वाली जगह पर हवा की रफ्तार, 129 साल बाद मुंबई में आया है चक्रवाती तूफान
मुंबई: मुंबई पर से तूफान निसर्ग का खतरा टल गया। मौसम विभाग के मुताबिक रायगढ़ जिले के अलीबाग में 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से निसर्ग टकराया और आगे बढ़ गया। तूफान के बाद के जो हालात बनते हैं उसका नजारा सामने आ रहा है। रायगढ़ में एक मकान की छत उड़ गई तो मुंबई और ठाणे में तेज बारिश हो रही है। मौसम विभाग का कहना है कि तूफान अब कमजोर पड़ चुका है और धीरे धीरे उसका असर खत्म हो जाएगा। लेकिन लोगों को ऐहतियात बरतने की जरूरत है। निचले इलाक में जो लोग हैं उन्हें सतर्क रहना चाहिए खासतौर से मछुआरों को समंदर में जाने से भी बचना चाहिए।
अगले 6 घंटे में कमजोर पड़ जाएगा निसर्ग
मौसम विभाग के डीजी ने कहा कि रात करीब 1.30 बजे तक तूफान कमजोर पड़ जाएगा। फिलहाल यह महाराष्ट्र में पुणे के ऊपर केंद्रित है।
मुंबई और ठाणे में तेज बारिश, तूफान निसर्ग आगे बढ़ा
मौसम विभाग का कहना है कि सूपर साइक्लोन रायगढ़ से आगे बढ़ चुका है। इस समय हवा की रफ्तार 90 से 100 किमी प्रति घंटे है। मुंबई और ठाणे में मध्यम से लेकर तेज बारिश हो रही है।
मुंबई के ऊपर से खतरा टला
स्काईमैट के मुताबिक मुंबई के ऊपर से चक्रवाती तूफान निसर्ग का खतरा तकरीबन टल गया है। मुंबई में तब तक बारिश होती रहेगी जब तक हवा की गति 50 किमी प्रतिघंटा नहीं हो जाएगी। लैंडफॉल की प्रक्रिया तकरीबन एक घंटे में समाप्त हो जाएगी।
नरीनम प्वाइंट पर उखड़े पेड़
चक्रवाती तूफान निसर्ग के चलते मुंबई में हो रही तेज़ बारिश और आंधी के बीच नरीमन प्वाइंट इलाके में पेड़ जड़ से उखड़ गए। वहीं काला चौकी इलाके में भी पेड़ों के गिरने से कुछ वाहन क्षतिग्रस्त हो गए।
महाराष्ट्र-गुजरात में एनडीआरएफ की 43 टीमें तैनात
एनडीआरएफ के महानिदेशक एसएन प्रधान का कहना है कि महाराष्ट्र और गुजरात में बल की करीब 43 टीमों को तैनात किया गया है। एनडीआरएफ की 21 टीमें महाराष्ट्र में काम कर रही हैं। चक्रवात के असर वाली जगहों से करीब एक लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है।
मुंबई में हो रही है तेज बारिश, रायगढ़ में होगा सबसे ज्यादा नुकसान
निसर्ग चक्रवाती तूफान के तट से टकराने के बाद मुंबई और उत्तरी महाराष्ट्र के तटीय इलाकों में तेज बारिश हो रही है। वहीं समुद्र में ऊंची लहरें उठ रही हैं। रायगढ़ के इलाके में सबसे ज्यादा तेज गति से हवाएं चल रही हैं। यहां सबसे ज्यादा नुकसान होने की संभावना है। रायगढ़ के हरिहरेश्वर इलाके में बहुत तेज गति से हवाएं चल रही हैं।
शुरू हुई निसर्ग की तट से टकराने की प्रक्रिया
भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार चक्रवात निसर्ग का केंद्र महाराष्ट्र तट के बहुत नजदीक है। लैंडफॉल प्रक्रिया शुरू हो गई है और ये अगले 3 घंटों में पूरी होगी।
यातायात के लिए बंद है मुंबई वरली सी लिंक
मुंबई पुलिस के मुताबिक चक्रवात निसर्ग को देखते हुए बांद्रा-वर्ली सी लिंक पर वाहनों की आवाजाही की अनुमति नहीं है। 100 साल बाद पहली बार मुंबई में ऐसा तूफान आया है।
1 लाख लोगों को दोनों राज्यों में सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया
एनडीआरएफ के महानिदेशक एसएन प्रधान ने बताया कि मबाराष्ट्र और गुजरात राज्यों में NDRF की करीब 43 टीमें तैनात की गई हैं। चक्रवात के रास्ते से करीब 1 लाख लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है। हम एक साथ दो खतरों से निपट रहे हैं, महाराष्ट्र खासतौर पर कोविड-19 का हॉटस्पॉट है। एनडीआरएफ के मुताबिक दमन से भी 3 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है।
40 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया
एनडीआरएफ के कमांडेंट अनुपम श्रीवास्तव के मुताबिक महाराष्ट्र के विभिन्न स्थानों (समुद्री बेल्ट क्षेत्रों) से अब तक लगभग 40000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्रों में NDRF की कुल 20 टीमें तैनात हैं। ये टीमें तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की मदद कर रही हैं और उन्हें सुरक्षित बाहर निकाल कर शेल्टर होम लेकर जा रही हैं।
वहीं रायगढ़ जिले के कलेक्टर के मुताबिक अबतक कुल 13,541 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। रायगढ़ में चक्रवात निसर्ग को देखते हुए अलीबाग के शास्त्री नगर इलाके से लगभग 390 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल कर अलीबाग के अरुणकुमार वैद्य स्कूल में ठहराया गया है।
35 स्कूलों में की गई है अस्थाई शेल्टर की व्यवस्था
मुंबई में बीएमसी ने लोगों को अस्थाई शरण देने के लिए 35 स्कूलों में व्यवस्था की है। एनडीआरएफ 8 टीमें और नौसेना की टीमों को शहर के तटीय इलाकों में तैनात किया गया है। एनडीआरएफ की एक-एक टीम कोलाबा(वार्ड ए), वरली( जी/दक्षिण), बांद्रा( एच/पूर्व), मलाड़(पी/दक्षिण) और बोरीवली(आर/उत्तर ) और तीन टीमों अंधेरी( के/पश्चिम) में तैनात हैं। मुंबई फायर बिग्रेड को आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं। 6 बीच पर 93 लाइफगार्ड्स को तैनात किया गया है।
तूफान के दौरान क्या करें और क्या नहीं महाराष्ट्र सीएम कार्यालय ने जारी किए निर्देश
महाराष्ट्र और गुजरात में चलेंगी तेज हवाएं
मौसम विभाग के महानिदेशक के मुताबिक, निसर्क तूफान के दौरान महाराष्ट्र के रत्नागिरि, सिंधुदुर्ग और पालघर में तकरीबन 80 और 90 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना हैं। वहीं गुजरात के नवसारी और वल्साड़ में 60 से 80 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाओं के चलने की संभावना है। अलीबाग में तट से टकराने के बाद देर रात निसर्ग कमजोर पड़ेगा और कल सुबह तक इसका असर खत्म होगा।
आधी रात के बाद कमजोर पड़ेगा तूफान, 100-120 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से होगी टक्कर
भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया, निसर्ग तूफान आज दोपहर में तट को पार करेगा,तब इसकी गति 100-120 प्रति घंटा रहने की उम्मीद है खासतौर पर मुंबई, ठाणे, रायगढ़ में। दक्षिण कोंकण में भारी वर्षा अभी रिकॉर्ड की गई है, उम्मीद है कोंकण में बारिश जारी रहेगी। आधी रात के बाद तूफान कमजोर होगा।
एक से तीन बजे के बीच अलीबाग में टकराएगा निसर्ग
भारतीय मौसम विभाग की वैज्ञानिक शुभांगी भूटे ने बताया है कि निसर्ग तूफान गंभीर चक्रवाती तूफान बन गया है। इसकी हवा की रफ्तार 100-120 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी। इसकी वजह से पूरे रायगढ़, मुंंबई, ठाणे, पालघर में भारी से भारी वर्षा की संभावना है। आज दोपहर 1-3 बजे के बीच ये अलीबाग के दक्षिण में टकराएगा। अभी यह मुंबई से 200 किमी दूर है।
मुंबई में एहतियातन लगाई गई धारा 144
मुंबई पुलिस ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है कि निसर्ग तूफान के मद्देनजर मुंबई में ऐहतियातन घारा 144 लागू कर दी गई है। ऐसा लोगों के स्वास्थ्य और मानव जीवन की रक्षा के लिए किया गया है।
पिछले एक घंटे में निसर्ग ने लिया घातक रूप, बढ़ी रफ्तार
भारत सरकार ने तूफान के बारे में चेतावनी जारी करते हुए कहा, निसर्ग धीरे-धीरे घातक होता जा रहा है। पिछले एक घंटे में तूफान के केंद्र का व्यास 65 किमी कम हो गया है। हवा की गति 85-95 किमी प्रति घंटे से बढ़कर 90-100 किमी प्रतिघंटा हो गई है और वो अपनी अधिकतम रफ्तार 110 किमी प्रतिघंटा के करीब पहुंच रहा है।
रेलवे ने किया ट्रेनों के समय में बदलाव और डायवर्ट
मुंबई टर्मिनल से रवाना होने वाली 5 ट्रेनों को फिर से शेड्यूल किया गया है, जबकि 2 ट्रेनें जो मुंबई टर्मिनल पर आने वाली थीं, उन्हें नियमित रूप से विनियमित किया जाएगा और एक ट्रेन को डायवर्ट किया गया है।
13 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है आगे
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार निसर्ग पिछले 6 घंटों के दौरान 13 किमी प्रति घंटे की गति के साथ उत्तरी महाराष्ट्र तट की ओर बढ़ रहा है। फिलहाल यह अलीबाग से 155 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम और मुंबई से 200 किमी दक्षिण-पश्चिम में है।
एयरपोर्ट और बंदरगाहों पर सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम
निसर्ग के खतरे को देखते हुए मुंबई के हवाईअड्डे और बंदरगाहों पर अधिकारियों ने सुरक्षा के विषेश प्रबंध किए हैं। डायरेक्ट्रेड ऑफ सिविल एविएशन ने परिपत्र जारी करके एयरलाइनों और पायलटों को खराब मौसम में विमान सेवाओं के परिचालन के संबंध में स्थायी दिशा निर्देशों का पालन करने को कहा है। हवाई अड्डे पर बिजली की आपातकालीन व्यवस्था के लिए डीजल जनरेटरों का विशेष प्रबंध किया गया है। जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह न्यास (जेएनपीटी) ने भी सुरक्षा की दृष्टि से यात्री पोतों की सेवाएं निलंबित कर दी हैं।
एनडीआरएफ ने शुरू किया बचाव अभियान, महाराष्ट्र में 20 टीमों की हुई तैनाती
एनडीआरएफ की टीमों ने 3 जून की सुबह से ही अपना काम शुरू कर दिया है। 3 जून की सुबह कोलीवाडा, अलीबाग के इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। इस बात की जानकारी एनडीआरएफ के डीजी जनरल एसएन प्रधान ने दी। महाराष्ट्र में एनडीआरएफ की 20 टीमों की तैनाती की गई है। जिसमें से मुंबई में 8, रायगढ़ में 5, पालघर और ठाणे में 2-2 (1 एनराउट), रत्नागिरी में 2 और सिंधुदुर्ग में 1 टीम तैनात की गई है।
मंगलवार रात मुंबई में शुरू हुई बारिश
चक्रवात निसर्ग के पहुंचने की आशंका से पहले ही मुंबई और इसके आसपास के क्षेत्रों में बारिश शुरू हो गई जोकि रात होने तक और तेज हो गई।
मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि अगले 24 घंटे में महानगर के अधिकतर हिस्सों में मध्यम बारिश जबकि सुदूरवर्ती क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है।
नौसेना की पश्चिमी कमान तैयार
भारतीय नौसेना की पश्चिमी कमान ने बाढ़, राहत और बचाव और गोताखोर सहायता के लिए पर्याप्त संसाधन जुटाए हैं, जो पश्चिमी समुद्र तट पर शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में अत्यधिक बारिश और बाढ़ की स्थिति में संबंधित राज्य सरकारों के साथ समन्वय के लिए तैयार है। नौसेना ने कहा है कि अरब सागर में चक्रवाती तूफ़ान निसर्ग के चलते सभी टीमों को तूफान की अवधि के दौरान मानवीय सहायता और आपदा राहत की किसी भी आवश्यकता के लिए अलर्ट पर रखा गया है।
पीएम मोदी ने की मुख्यमंत्रियों से बातचीत
निसर्ग तूफान के मद्देनजर पीएम नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे और गुजरात के सीएम विजय रुपाणी और दमन दीव, दादरा और नगर हवेली के प्रशासक प्रफुल्ल के पटेल से चक्रवात की स्थिति पर चर्चा की। उन्होंने केंद्र की तरफ से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है।