- अगले 12 से 24 घंटे में घातक हो सकता है निसर्ग चक्रवाती तूफान
- महाराष्ट्र में अलर्ट जारी कर एनडीआरएफ की 10 टीमों की तैयारी, 6 अतिरिक्त टीमें रह सकती है तैयार
- गृह मंत्री अमित शाह ले चुके हैं मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से तैयारियों का जायजा
मुंबई: चक्रवाती तूफान निसर्ग को लेकर महाराष्ट्र सरकार अलर्ट मोड पर है। हालांकि कोरोना के कहर के बावजूद प्रशासन ने निसर्ग के निपटने के लिए तैयारियां कर ली हैं। सरकार ने इसके मद्देनजर मुंबई और आस पास के जिलों के लिए सोमवार को अलर्ट जारी कर दिया था। तूफान के तीन जून को राज्य के तट पर पहुंचने की संभावना है। राज्य में आपात स्थिति से निपटने के लिए पहले ही एनडीआरएफ बलों को तैनात कर दिया गया है।
सोमवार को गृह मंत्री अमित शाह ने भी मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिए बैठक करके तैयारियों का जायजा लिया। महाराष्ट्र सरकार ने के अधिकारियों ने बताया कि एनडीआरएफ की दस इकाइयों को संवेदनशील जिलों में तैनात गया है, जबकि छह अन्य को तैयार रहने को कहा गया है।
अगले 12 से 24 घंटे में निसर्ग हो सकता है घातक
मौसम विभाग ने निसर्ग के बारे में ताजा अपडेट जारी करते हुए कहा, इस बात की प्रबल संभावना है कि अरब सागर में बनी कम दबाव की स्थिति अगले 12 घंटे में चक्रवाती तूफान का रूप ले लेगी। इसके बाद अगले 12 घंटों में यह घातक स्वरूप भी ले सकता है। इसके अगले 6 घंटे में उत्तर की दिशा में बढ़ने की संभावना है। इसके बाद वो पूर्वोत्तर की ओर आगे बढ़ेगा इसके बाद उत्तर महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के तटीय इलाकों में धरती से टकराएगा।
मौसम विभाग के अनुसार, फिलहाल इसके गुजरात के हरिहरेश्वर, महराष्ट्र के रायगढ़ और दमन करीब में धरती से टकराने की संभावना है। तूफान 3 जुलाई की दोपहर को यहां पहुंचेगा। तटीय पालघर और रायगढ़ जिलों में स्थित रासायनिक और परमाणु ऊर्जा संयंत्रों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त एहतियात बरती जा रही है।
महाराष्ट्र में इन जगहों पर जारी किया गया है अलर्ट
वहीं एनडीआरएफ के डीजी एसएन प्रधान ने कहा, महाराष्ट्र में घातक चक्रवाती तूफान के मद्देनजर एनडीआरएफ के जवानों की तैनाती जरूरी है। अरब सागर में विकसित हो रहे चक्रवाती तूफान के मद्देनजर महाराष्ट्र के मुंबई शहर, मुंबई उपनगरीय जिले, ठाणे, पालघर, रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिलों में अलर्ट जारी किया गया है।