गोरखपुर : ढांचागत सुविधाओं के सतत हो रहे विकास के क्रम में योगी सरकार पूर्वी उत्तर प्रदेश को इंटर डिस्ट्रिक्ट कनेक्टिविटी की बड़ी सौगात देने जा रही है। यह सौगात है गोरखपुर-अंबेडकरनगर जिले के मध्य स्थित घाघरा नदी पर कम्हरिया घाट सेतु (पुल) के रूप में। गुरुवार दोपहर बाद करीब डेढ़ किलोमीटर की लंबाई में बने इस पुल का लोकार्पण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। कम्हरिया घाट पर पुल बन जाने से जहां अंबेडकरनगर, आजमगढ़, जौनपुर, अयोध्या, संतकबीरनगर, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़ आदि जिलों के लिए शानदार कनेक्टिविटी का नया विकल्प मिल गया है, वहीं इससे गोरक्षनगरी और संगमनगरी (प्रयागराज) के बीच दूरी करीब 80 किलोमीटर कम हो गई है।
पुल के अभाव में इन दोनों जिलों के बीच की दूरी 60 किलोमीटर बढ़ जाती थी
कम्हरिया घाट के एक तरफ गोरखपुर और दूसरी तरफ अंबेडकरनगर जनपद स्थित है। इस घाट पर पुल क्षेत्र के लोगों की बहुप्रतीक्षित मांग रही है। कारण, पुल के अभाव में इन दोनों जिलों के बीच की दूरी 60 किलोमीटर बढ़ जाती थी। योगी सरकार ने लोगों के लिए कभी स्वप्न सरीखे रहे इस सेतु को हकीकत में बदला है। कम्हरिया घाट पर लंबे पुल का निर्माण होने से करीब पांच सौ गांवों की 20 लाख आबादी को फायदा पहुंचा है। इस पुल से होकर आने-जाने में कई स्थानों के लिए दूरी कम हो गई है। इससे लोगों के समय व ईंधन की बचत होगी। प्रदूषण भी कम होगा।सबसे बड़ी सहूलियत आस्था की नगरी प्रयागराज जाने वाले लोगों को होगी। कम्हरिया घाट पुल से होकर जाने में गोरखपुर से प्रयागराज की दूरी अब सिर्फ 200 किलोमीटर होगी। अभी तक लोगों को 280 से 300 किलोमीटर तक की दूरी तय करनी पड़ती थी।
193.97 करोड़ रुपये की लागत से हुआ है पुल का निर्माण
घाघरा नदी के कम्हरिया घाट (सिकरीगंज-बेलघाट-लोहरैया-शंकरपुर-बाघाड़) पर पुल का निर्माण 193 करोड़, 97 लाख, 20 हजार रुपये की लागत से हुआ है। कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम लिमिटेड ने 1412.31 मीटर लंबे इस पुल का निर्माण जून 2022 में पूर्ण करा दिया है।