- ट्रेनों की आवाजाही शुरू होने से अपने गृह प्रदेश पहुंचने लगे हैं प्रवासी मजदूर
- यूपी के हरदोई में दो प्रवासी मजदूर कोविड-19 से संक्रमित पाए गए हैं
- संक्रमित प्रवासी मजदूरों से संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है
हरदोई (उत्तर प्रदेश) : रेल सेवा शुरू होने के साथ देश के अलग-अलग हिस्सों में प्रवासी मजदूरों और लोगों की आवाजाही शुरू हो गई है। इसके साथ ही कोविड-19 के संक्रमण का खतरा भी बढ़ गया है। अन्य प्रदेशों से अपने गृह राज्य पहुंचे लोगों में इस महामारी का संक्रमण मिला है। उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में गुजरात से लौटे दो प्रवासी मजदूर कोविड-19 से पॉजिटव पाए गए हैं। ये दोनों मजदूर गुजरात की एक स्टील फैक्टरी में काम करते थे। जांच रिपोर्ट पॉजिटिव मिलने के बाद दोनों मजदूरों को कोविड अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है।
गुजरात से लौटे हैं प्रवासी मजदूर
गुजरात से हरदोई पहुंचे दोनों प्रवासी मजदूरों की उम्र 35 और 20 साल है। ये दोनों गत 9 मई को गुजरात से एक निजी वाहन से यहां पहुंचे। दोनों प्रवासी मजदूर शाहाबाद इलाके के रहने वाले हैं। हरदोई पहुंचने पर कोविड-19 का लक्षण दिखने पर इन्होंने एक अस्पताल में अपनी जांच कराई। एडीएम संजय सिंह ने बताया कि दोनों के नमूने जांच के लिए भेजा गया था और ये जांच रिपोर्ट सोमवार को मिली जिसमें दोनों को पॉजिटिव पाया गया।
कोविड अस्पताल में हुए भर्ती
एडीएम ने बताया कि दोनों को यहां कोविड अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। इसके साथ ही जिले में कोविड-19 से संक्रमित होने वालों क संख्या छह हो गई है। इनमें से दो को उपचार के बाद ठीक किया जा चुका है। श्रमिक ट्रेनें चलने के बाद यूपी, बिहार, झारखंड सहित कई राज्यों में प्रवासी मजदूर बड़ी संख्या में पहुंचने लगे हैं। इनमें से कई लोग कोविड-19 से संक्रमित भी हैं।
जमशेदपुर में पॉजिटिव मिले दो छात्र
इस बीच कोलकाता से जमशेदपुर लौटे दो छात्रों भी इस महामारी की चपटे में आए हैं। जमशेदपुर पहुंचने पर इनकी जांच की गई थी। जांच में इन दोनों छात्रों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। झारखंड में कोरोना वायरस से संक्रमण की संख्या बढ़कर 164 हो गई है। देश के सबसे बड़े राज्य यूपी में लगातार नए केस मिल रहे हैं। कोविड-19 से पॉजिटिव मिले लोग हाल ही में दूसरे प्रदेशों और जगहों से लौटे हैं।
'कोरोना कैरियर' बने प्रवासी मजदूर
देश में अब यह पाया जा रहा है कि दूसरे प्रदेशों से लौटने वाले प्रवासी मजदूर कोरोना के वाहक बन गए हैं। यूपी में हाल के दिनों में 17 और जिले कोरोना की चपेट में आ गए हैं। प्रवासी मजदूर राज्यों के लिए नई चुनौती बन रहे हैं। दरअसल, ये मजदूर बिना किसी क्वरंटाइन प्रक्रिया से गुजरे सीधे अपने घर पहुंच जा रहे हैं। ऐसे में इनसे संक्रमण फैलने का डर बना हुआ है।