- नंदीग्राम में खंभों की फारेंसिंक जांच की जा रहा है जिसकी वजह से ममता बनर्जी को चोट आई थी
- टीएमसी ने साजिश का आरोप लगाया था लेकिन चुनाव आयोग ने करार दिया था हादसा
- इस हादसे के बाद टीएमसी और बीजेपी के नेताओं में जुबानी जंग तेज
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में आठ चरणों के चुनाव के बाद तय हो जाएदा कि नबन्ना पर किसका कब्जा होगा। इन सबके बीच चुनावी पारा के साथ नेताओं की जुबां लड़खड़ा रही है। इन सबके बीच नंदीग्राम में जब सीएम ममता बनर्जी की कार का एक्सीडेंट हुआ जिसमें वो खुद घायल हो गईं उसके बाद बीजेपी और टीएमसी में संग्राम और भीषण हो गया। अब ममता सरकार की फारेंसिंक साइंस लेबोरेटरी ने उन खंभों का मुआयना किया जो हादसे के लिए जिम्मेदार थे।
हुआ क्या था जो मचा बवाल
दरअसल ममता बनर्जी इस दफा अपनी पारंपरिक सीट भवानीपुर को छोड़कर नंदीग्राम से ताल ठोंक रही हैं। इस जगह को वो अपने दिल के करीब बताती हैं, लेकिन बात सिर्फ इतनी सी नहीं है। इस सीट से उनके नाक के बाल रहे शुवेंदु अधिकारी अब उनके खिलाफ हैं, लिहाजा चुनावी लड़ाई दिलचस्प हो चुकी है। ममता बनर्जी पर्चा भरने के बाद जब कोलकाता के लिए रवाना हो रही थीं उसी समय उनकी चलती हुई कार पोल से टकरा गई जिसमें वो चोटिल हो गईं और यहीं से सियासी लड़ाई बीजेपी और टीएमसी में छिड़ गई। टीएमसी ने इसे साजिश बताते हुए चुनाव आयोग को भी अपने लपेटे में लिया। लेकिन आयोग ने अपनी जांच में पाया कि वो महज हादसा था।
बीजेपी का ममता बनर्जी पर जबरदस्त हमला
मिदनापुर में मध्य प्रदेश के सीएम और भाजपा नेता शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आप (ममता बनर्जी) ने इस जमीन को खून से रंग दिया। यहां 130 से अधिक भाजपा कार्यकर्ताओं की मौत हो गई। आपको माँ, माटी और मानुष ’के बारे में बोलने का कोई अधिकार नहीं है
सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि आपको COVID के खिलाफ पीएम मोदी का टीका लेना होगा। वह पीएम चुने गए हैं। उसके खिलाफ बोलना लोकतंत्र के खिलाफ बोल रहा है। उसके खिलाफ बोलते हुए भारत माता के खिलाफ बोल रहे हैं। पाकिस्तान और बांग्लादेश में वैक्सीन नहीं है, इसलिए आपको पीएम मोदी का टीका लेना होगा।
बीजेपी को अलविदा
बीजेपी को अलविदा, हम नहीं चाहते बीजेपी हम मोदी का चेहरा नहीं देखना चाहते। हम दंगा, लूट, दुर्योधन, दुशासन, मीर जाफर नहीं चाहते है। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पूर्वी मिदनापुर में एक सार्वजनिक रैली के दौरान उन्होंने कहा कि बीजेपी की तो आदत अपने विरोधियों के खिलाफ षड़यंत्र करने की बन चुकी है। आप बीजेपी के नेताओं से किसी अच्छे काम की उम्मीद नहीं कर सकते हैं।