नई दिल्ली: राजस्थान में भारत-पाक सीमावर्ती जिलों जैसलमेर और बीकानेर का दौरा करने वाले पर्यटक जल्द ही पाकिस्तानी सैनिकों की भागीदारी के बिना वाघा-अटारी सीमा जैसी बीटिंग रिट्रीट (Wagah-Attari beating retreat) यहां भी देख सकेंगे, गौर हो कि काफी संख्या में लोग वाघा-अटारी सीमा बीटिंग रिट्रीट समारोह देखने जाते हैं जिसका अलग ही क्रेज होता है।
राजस्थान की सरजमीं जल्द ही एक ऐसे कार्यक्रम की गवाह बनने जा रहा है जिसमें आप वाघा-अटारी बॉर्डर जैसी बीटिंग रिट्रीट देख पायेंगे फर्क सिर्फ इतना है कि इसमें सामने पाक रेंजर नहीं होंगे बल्कि भारत के बीएसएफ के जवान ही होंगे।
बीएसएफ के आईजी (राजस्थान फ्रंटियर) पंकज गूमर ने कहा कि यह पहल अगले महीने से बबलियां में बीएसएफ के आईबी पोस्ट पर बीटिंग द रिट्रीट समारोह के रूप में शुरू होगी और फिर इसे बीकानेर के सांचू और खाजूवाला सीमा चौकियों तक बढ़ाया जाएगा।
बबलियां पोस्ट पर 2,000 दर्शकों के बैठने की क्षमता वाला स्टेडियम तैयार
उन्होंने कहा कि देश का हर नागरिक अंतरराष्ट्रीय सीमा का दौरा करना चाहता है और इसे ध्यान में रखते हुए सीमा चौकियों पर पर्यटन को विकसित करने के लिए बीएसएफ एक मॉडल पर काम कर रहा है। “इसके लिए, बबलियां पोस्ट पर 2,000 दर्शकों के बैठने की क्षमता वाला एक स्टेडियम पहले ही बनाया जा चुका है। शुरुआत में हम अगले महीने से यहां अटारी बॉर्डर जैसा बीटिंग द रिट्रीट कार्यक्रम आयोजित करना शुरू करेंगे।"