पिछले तीन सालों में NTPC, IRMS और रेलवे ग्रुप D समेत कई भर्ती परीक्षाओं में देरी को लेकर कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई ने सोमवार को विरोध प्रदर्शन किया। दिल्ली में एनएसयूआई के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने एनएसयूआई मुख्यालय से लेकर शास्त्री भवन के बाहर तक केंद्र सरकार की परीक्षा नीतियों के खिलाफ पैदल मार्च किया।
शास्त्री भवन के सामने एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने मोदी सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की और भर्ती प्रक्रिया जल्द से जल्द शुरू करने की मांग की। एनएसयूआई के राष्ट्रीय सचिव एवं दिल्ली प्रभारी नितीश गौड़ ने कहा कि रेलवे ग्रुप डी के 1 करोड़ छात्रों ने सरकार द्वारा निकाले गए भर्ती विज्ञापन को देखकर आवदेन किया था। लेकिन 3 साल बीत जाने के बाद भी केंद्र की बीजेपी सरकार ये नहीं बता पा रही कि ये परीक्षा कब होगी और नौकरियां कब मिलेंगी। एनएसयूआई ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर इन खाली पड़े पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं की तो जल्द ही संसद का घेराव किया जाएगा।
इसी पैदल मार्च में शामिल एनएसयूआई के दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष कुनाल सहरावत ने आरोप लगाया कि सरकार ने रेलवे ग्रुप D एवं अन्य भर्ती प्रक्रिया के आवदेन फॉर्म के जरिए 500 करोड़ रुपए तो कमा लिए लेकिन उसके बावजूद सरकार न तो परीक्षा करवा रही है और न भर्तियां शुरू कर रही।
एनएसयूआई के इस पैदल मार्च के दौरान मौजूदा केंद्र सरकार के हर साल दो करोड़ देने का वादा याद दिलाया और ये तंज कसा कि उल्टा ये सरकार हर साल 2 करोड़ से अधिक लोगों को बेरोजगार बना दे रही है।