नई दिल्ली: कोरोना संकट के मद्देनजर देश में 21 दिन का लॉकडाउन जारी है और पीएम मोदी ने लोगों से घर की लक्षमणरेखा ना पार करने की अपील भी की है और लोग इसका पालन भी कर रहे हैं, वहीं शुक्रवार को पीएम मोदी ने एक बार फिर वीडियो संदेश जारी कर 5 अप्रैल यानि रविवार की रात नौ बजे, घर की लाइटें बंद करके घर के दरवाजे या बालकनी में खड़े होकर दीया जलाने की अपील देश के लोगों से की है।
इसके बाद कहा जा रहा है कि एक साथ बिजली की आपूर्ति घटने से बिजली ग्रिड फेल हो सकती है, वहीं बिजली मंत्रालय ने ऐसी बातों को निराधार बताया है और कहा कि ऐसा कुछ नहीं होने जा रहा है उसने कहा है कि माननीय प्रधान मंत्री ने लोगों से अपील की है कि वे 5 अप्रैल की रात 9:00 बजे से 9:09 बजे के बीच स्वेच्छा से अपनी लाइट बंद करें।
कुछ आशंकाएं व्यक्त की गई हैं कि इससे ग्रिड में अस्थिरता हो सकती है और वोल्टेज में उतार-चढ़ाव हो सकता है जो विद्युत उपकरणों को नुकसान पहुंचा सकता है, ये आशंकाएं गलत हैं।
बिजली मंत्रालय ने कहा कि भारतीय बिजली ग्रिड मजबूत और स्थिर है और मांग में भिन्नता को संभालने के लिए पर्याप्त व्यवस्था और प्रोटोकॉल मौजूद हैं। माननीय प्रधान मंत्री की अपील है कि 5 अप्रैल को रात 9 बजे से 9.09 बजे तक अपने घरों में रोशनी बंद करें। घरों में कंप्यूटर, टीवी, रेफ्रिजरेटर और एसी जैसे स्ट्रीट लाइट या उपकरणों को बंद करने के लिए कोई कॉल नहीं है, केवल घर की लाइटों को बंद किया जाना चाहिए।
अस्पतालों में रोशनी और अन्य सभी आवश्यक सेवाएं जैसे सार्वजनिक उपयोगिताओं, नगरपालिका सेवाओं, कार्यालयों, पुलिस स्टेशनों, विनिर्माण सुविधाओं, आदि पर रहेगी।
माननीय प्रधान मंत्री द्वारा दी गई कॉल को बस घरों में रोशनी बंद करना है, सभी स्थानीय निकायों को सार्वजनिक सुरक्षा के लिए स्ट्रीट लाइट को चालू रखने की सलाह दी गई है।