नई दिल्ली: जब एक तरफ कोरोना वायरस का कहर बुरी तरह से देश को अपनी चपेट में ले चुका है, वहीं दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल में चुनावी रैलियां जारी हैं। रोड शो में भारी भीड़ उमड़ रही है। इसी के चलते राजनीतिक पार्टियों की खूब आलोचना हो रही थी, लेकिन अब बीजेपी ने इसे लेकर फैसला किया है। यह निर्णय लिया गया है कि पश्चिम बंगाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य केंद्रीय मंत्रियों की रैलियों में 500 से अधिक लोग शामिल नहीं होंगे। सभाएं छोटी होंगी। ये सभी सार्वजनिक बैठकें कोविड 19 दिशानिर्देशों के साथ खुली जगहों पर आयोजित की जाएंगी।
बीजेपी का कहना है कि हमने पश्चिम बंगाल में 6 करोड़ मास्क और सैनिटाइजर के वितरण का लक्ष्य रखा है। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के आह्वान पर सभी राज्यों में कोविड 19 हेल्पडेस्क और कोविड हेल्पलाइन जारी की जाएंगी।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सबसे पहले देश में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर पश्चिम बंगाल में होने वाली अपनी सभी चुनावी रैलियां रविवार को रद्द कर दीं। उन्होंने सभी अन्य नेताओं को बड़ी जन सभाएं करने के परिणामों के बारे में सोचने की सलाह दी। गांधी ने ट्वीट किया, 'कोविड-19 के हालात के मद्देनजर, मैं पश्चिम बंगाल में अपनी सभी रैलियां स्थगित कर रहा हूं। मैं सभी नेताओं को सलाह देना चाहता हूं कि वे मौजूदा परिस्थितियों में बड़ी रैलियां आयोजित करने के परिणामों के बारे में गहराई से विचार करें।'
ममता बनर्जी ने की चुनाव आयोग से ये अपील
वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने निर्वाचन आयोग से अनुरोध किया कि वह राज्य में पूर्ववत कार्यक्रम के अनुसार चुनाव संपन्न कराने के अपने फैसले पर पुनर्विचार करे। बनर्जी ने जोर देते हुए कहा कि राज्य में आखिरी तीन चरणों का मतदान एक बार में या दो दिन में कराने से कोविड-19 का प्रकोप एक हद तक कम हो जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि निर्वाचन आयोग ने बाकी चरणों के चुनाव एक बार में नहीं कराने का फैसला भाजपा के कहने पर किया होगा। तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, 'मैं हाथ जोड़कर निर्वाचन आयोग से अनुरोध करती हूं कि अगले तीन चरणों का मतदान एक दिन में कराएं। अगर एक दिन में नहीं हो सकता तो दो दिन में करा लें और एक दिन बचा लें। आप भाजपा के कहने पर अपना फैसला मत लीजिए। कृपया चुनाव का कार्यक्रम कम करके जनता के स्वास्थ्य को बचाइए। भले एक ही दिन बच जाए।' मुख्यमंत्री ने कहा कि वह और उनकी पार्टी का कोई नेता भीड-भाड़ वाले इलाकों में कोई रैली नहीं करेंगे।