- अपने निलंबन के खिलाफ संसद परिसर में गाँधी प्रतिमा के सामने धरना दे रहे हैं विपक्षी सांसद
- सांसदों के चिकन खाने को लेकर गहराता जा रहा है विवाद
- केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने ट्वीट कर कसा तंज
नई दिल्ली: राज्य सभा से अपने निलंबन के खिलाफ संसद भवन परिसर में गांधी मूर्ति के पास 50 घंटे के लिए धरना दे रहे विपक्षी सांसदों के वहां चिकन खाने की खबरों के बाद नया राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है। भाजपा ने इन सांसदों पर सवाल खड़ा करते हुए इनसे पूछा है कि जनता ने इन्हें किस लिए चुन कर भेजा हैं - चर्चा के लिए या चिकन के लिए?
मंत्री का सवाल
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने इन सांसदों पर अहिंसा के साधक राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का अपमान करने का आरोप लगाते हुए पूछा कि गांधीजी की मूर्ति के सामने बैठकर चिकन की दावत करने वाले सांसदों को यह बताना चाहिए कि जनता ने इन्हें किस लिए चुन कर भेजा हैं - चर्चा के लिए या चिकन खाने के लिए?
इससे पहले जोशी ने ट्वीट कर इन सांसदों की आलोचना करते हुए यह भी कहा कि, खबर आ रही है कि अहिंसा के साधक गांधी जी की प्रतिमा के नीचे कांग्रेस के नेता धरना के नाम पर बैठकर चिकन खा रहे हैं। जनता के मुद्दों पर चर्चा तो दूर देश की महान विभूतियों का अपमान करना कांग्रेस की आदत बन गया हैं।
निलंबन के खिलाफ धरना
आपको बता दें कि, राज्य सभा से निलंबित होने के बाद विरोध जताते हुए निलंबित सांसद 27 अप्रैल को संसद भवन में गांधी प्रतिमा के पास धरने पर बैठ गए थे। उन्होंने 50 घंटे तक धरना देने का ऐलान किया था। इस धरने के दौरान अलग-अलग सांसद उनके ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर की व्यवस्था कर रहे थे लेकिन इसमें चिकन तंदूरी खाने को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है।