नई दिल्ली: देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत को आज मरणोपरांत पद्म विभूषण से अलंकृत किया गया है, उनकी बेटियों कृतिका और तारिणी ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों पुरस्कार ग्रहण किया। गौर हो कि सीडीएस जनरल रावत की 8 दिसंबर को तमिलनाडु में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई थी।
इसके अलावा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद को पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया वहीं पैरालंपिक रजत पदक विजेता देवेंद्र झाझरिया को पद्म भूषण मिला इसके अलावा SII के एमडी साइरस पूनावाला को व्यापार और उद्योग के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया है।
उल्लेखनीय है कि पद्म विभूषण भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाला दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। जनरल बिपिन रावत को 31 दिसंबर 2019 को देश के पहले सीडीएस के रूप में नियुक्त किया गया था।
इस साल कुल 128 पद्म पुरस्कार दिए जा रहे हैं
पद्म भूषण पाने वालों में गुलाम नबी आजाद, पंजाबी लोक गायिका गुरमीत बावा (मरणोपरांत), टाटा संस के अध्यक्ष एन. चंद्रशेखरन, पूर्व नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक राजीव महर्षि, कोविड रोधी टीके ‘कोविशील्ड’ निर्माता कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के प्रमुख साइरस पूनावाला और अन्य लोग शामिल हैं। इस साल कुल 128 पद्म पुरस्कार दिए जा रहे हैं जिनमें दो युग्म पुरस्कार (युग्म पुरस्कारों को एकल पुरस्कार गिना जाता है) शामिल हैं।
पद्म पुरस्कार देने के लिए दूसरा समारोह राष्ट्रपति भवन में 28 मार्च को
वर्ष 2022 के लिए कुल चार पद्म विभूषण, 17 पद्म भूषण और 107 पद्मश्री पुरस्कार दिए जा रहे हैं। पुरस्कार पाने वालों की सूची में 34 महिलाएं हैं। इसके अलावा 13 लोगों को पद्म पुरस्कार मरणोपरांत प्रदान किये जा रहे है। पद्म पुरस्कार देने के लिए दूसरा समारोह राष्ट्रपति भवन में 28 मार्च को आयोजित होगा।