चंडीगढ़ : पंजाब के लुधियाना जिला अदालत में हुए बम धमाके की साजिश को लेकर कई जानकारी सामने आ रही हैं। धमाके में मारे गए व्यक्ति की पहचान गगनदीप सिंह के तौर पर की गई है। पंजाब पुलिस के महानिदेशक सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय ने टाइम्स नाउ नवभारत से बातचीत में इसे लेकर बड़ा खुलासा किया कि ब्लास्ट का मकसद राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव को डिस्टर्ब करना था। इसके पीछे पाकिस्तान के हैंडलर्स हो सकते हैं।
उन्होंने बताया कि ब्लास्ट में जिस व्यक्ति की जान गई है, वह पंजाब पुलिस का ही पूर्व हेड कॉन्सटेबल गगनदीप सिंह था। वह पूर्व में एक ड्रग्स केस में जेल भी जा चुका था। उन्होंने कहा कि गगनदीप का संबंध खालिस्तानियों से हो सकता है। उसके संबंध ड्रग्स माफियाओं से भी थे। धमाके की साजिश के तार पाकिस्तान से जुड़े भी नजर आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि यह राज्य में होने वाले आगामी चुनाव को बाधित करने की साजिश हो सकती है।
भारी मात्रा में विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया
टाइम्स नाउ नवभारत से एक्सक्लूसिव बातचीत में डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय ने कहा, 'बहुत स्ट्रॉन्ग एक्प्लोसिव था, मैंने मौके पर जाकर देखा। आसपास की इमारत के शीशे टूट गए थे। बहुत भारी मात्रा में विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया। जो इसमें मारा गया है, वह खुद पंजाब पुलिस का एक बर्खास्त कॉन्सटेबल था। उसे उसके पास से 385 ग्राम हेरोइन बरामद किए जाने के बाद सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था।'
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उन्होंने बताया कि पंजाब पुलिस के हेड कॉन्सटेबल गगनदीप के पास से 2018 में हेरोइन बरामद किया गया था, जिसके बाद 2019 में उसे सेवा से बर्खास्त कर दिया गया। दो साल वह जेल में रहा। इसी दौरान वह ड्रग माफियाओं, आतंकियों के संपर्क में आया। जब जेल से निकला तब भी उनके संपर्क में बना हुआ था। उसका केस अब भी अदालत में था, जिसकी सुनवाई 24 तारीख को होनी थी। उसने डराने के मकसद से यह धमाका प्लान किया।
पाकिस्तान से हो रहा था कंट्रोल
उन्होंने बताया कि विस्फोटक गगनदीप के पास ही था और जो इसके हैंडर्स हैं, वे विदेश में हैं, पाकिस्तान में हैं। भारत में, पंजाब में भी उसके हैंडलर्स हो सकते हैं। इनका पूरा चेन है। उनका ये मकसद था कि जो लीगल प्रॉसेस है, उसको डिस्टर्ब किया जाए। आने वाला जो चुनाव है, उसे डिस्टर्ब किया जाए। अमन-शांति की स्थिति को भंग किया जाए।
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उन्होंने कहा कि अभी मामले की जांच की जा रही है, लेकिन जो शुरुआती जानकारी सामने आई है, उसके मुताबिक इसके स्ट्रॉन्ग संकेत हैं कि सब कुछ पाकिस्तान से नियंत्रित हो रहा था। उन्होंने बताया कि इसमें खालिस्तान भी संलिप्त हो सकता है, जिसकी जांच की जा रही है।