- पाकिस्तान मीडिया में हो रही है भारतीय कोराना वैक्सीन की चर्चा
- एक टीवी चैनल में पैनलिस्ट ने की भारत की तारीफ, कहा पाकिस्तान के अभी तक कोई वैक्सीन नहीं
- भारत में 16 जनवरी से शुरू होने जा रहा है कोविड टीकाकरण
नई दिल्ली: पाकिस्तानी मीडिया में इन दिनों एक चर्चा जोरों पर कि हमें वैक्सीन कौन सा देश देगा। भारत में जहां कई कंपनियां वैक्सीन बना चुकी हैं या बनाने में लगी हैं वहीं पाकिस्तान में अभी तक एक भी वैक्सीन बनाने की प्रक्रिया तक शुरू नहीं हुई है। इस बात की चर्चा आजकल पाक मीडिया में भी खूब हो रही है। पाकिस्तानी मीडिया खुद स्वीकार कर रहा है कि भारत दवाईयों के एक्सपोर्ट के मामले में कहीं आगे हैं। इसे लेकर वहां पर खूब चर्चाएं भी हो रही हैं।
भारतीय वैक्सीन की चर्चा
जीएनएन नाम के एक टीवी चैनल पर वैक्सीन को लेकर टीवी डिबेट में भारत की खूब चर्चा हुई। इसमें पाकिस्तान के प्रसिद्ध पत्रकार आरिफ हमीद भट्टी, सईद काजी तथा ताहिर मलिक ने इस मामले में भारत की तारीफ की। ताहिर मलिक कहते हैं, 'इस वक्त हालत है ये कि दुनिया में जो चार मुल्क हैं, जिन्होंने वैक्सीन स्टोर की हैं उनमें इंडिया नंबर वन है। हम कहते हैं वह गरीब है, वहां किसानों के मसले हैं, कहीं ना कहीं हम भी उनसे कुछ सीख सकते हैं। पाकिस्तान के पास एक भी वैक्सीन नहीं है औऱ जो है वो किसी ने हमें ट्रायल में भेजी है।'
पाकिस्तान की अपनी कोई वैक्सीन नहीं
ताहिर मलिक आगे कहते हैं कि पाकिस्तान के सारे एक्सपोर्ट को भी जोड़ दें तो भारत उससे ज्यादा हमसे दवाईयां बेचता है। वहीं एक अन्य पाकिस्तानी चैनल पर चर्चा हुई जिसमें पैनलिस्ट ये कहते हुए नजर आए कि एशिया में दो ही देश ऐसे हैं जो वैक्सीन पर काम कर रहे हैं या उन्होंने बना ली हैं जिनमें चीन और भारत शामिल हैं। दरअसल पाकिस्तान में अभी तक उसकी अपनी कोई वैक्सीन का ट्रायल तक नहीं हुआ है। जिसका ट्रायल वहां हो रहा है वह है चीन की सिनोफार्म कंपनी की वैक्सीन।
भारत में 16 जनवरी से होगा टीकाकरण
आपको बता दें कि भारत में 16 जनवरी को कोविड-19 टीकाकरण अभियान शुरू होने जा रहा है, उससे पहले रविवार को कई राज्यों की ओर से कहा गया कि पहले चरण के अभियान के लिहाज से सभी आवश्यक तैयारियां कर ली गई हैं जिनमें टीकाकरण स्थलों की पहचान करना और स्वास्थ्यकर्मियों समेत कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में अग्रिम मोर्चे पर तैनात कर्मियों का पंजीयन करना शामिल है। भारत के औषधि नियामक ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित ऑक्सफोर्ड के कोविड-19 टीके ‘कोविशील्ड’ और भारत बायोटेक के स्वदेश में विकसित टीके ‘कोवैक्सीन’ के देश में सीमित आपात इस्तेमाल को पिछले रविवार को मंजूरी दे दी थी।