सिखों के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल हेमकुंड साहिब के पाकिस्तान से आए 48 तीर्थयात्रियों ने दर्शन किए। उत्तराखंड के चमोली स्थित हेमकुंड साहिब में कड़ाके की ठंड के बावजूद पाकिस्तानी तीर्थयात्रियों ने पवित्र सरोवर में स्नान कर गुरूग्रंथ साहिब के आगे मत्था टेका। गोविन्दघाट गुरूद्वारे के प्रबंधक सेवा सिंह ने बताया कि पाकिस्तान के पेशावर से 48 सिख यात्रियों का जत्था 19 सितंबर को गोविन्दघाट होते हुए घांगरिया पहुंचा, जहां पर रात्री विश्राम के बाद यह जत्था 20 सितंबर को हेमकुंड साहिब पहुंचा । जत्थे में महिला पुरूष व बच्चे शामिल हैं और हेमकुंड साहिब गुरुद्वारे पहुंचकर सभी काफी खुश नजर आए। यह 14 सितंबर को अटारी-बाघा बॉर्डर से अमृतसर पहुंचा था।
अद्भुत अनुभव
पाकिस्तानी जत्थे के साथ आए तेजेंद्र पाल ने बताया कि यहां पहुंच सभी बहुत खुश हैं। यात्री हेमकुंड साहिब गुरुद्वारे में करीब 2 घंटे रुक और करीबन 2 बजे घांघरिया के लिए लौट गए। तेजेंद्र पाल ने बताया कि पाकिस्तान के कई सिख श्रद्धालु हेमकुंड साहिब के दर्शन करने आना चाहते हैं। जत्थे में पुरुष, महिला सहित 8 बच्चे भी शामिल थे। सभी ने हेमकुंज साहिब गरुद्वारे में कीर्तन में भाग लिया और दोनों देशों में शांति और सद्भावना की कामना की।
15 किमी की पैदल यात्रा
हेमकुंड पहुंचने वालों में आठ बच्चे भी शामिल रहे जिन्होंने जो 15 किमी पैदल चलकर यहां पहुंचे। श्रद्धालुओं ने करीब एक घंटे तक गुरुद्वारे में चल रहे सबद कीर्तन में प्रतिभाग किया। उन्होंने हेमकुंड साहिब में भारत और पाकिस्तान में शांति और सद्भावना की कामना की।हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा के कपाट 10 अक्तूबर को दोपहर 01 बंद कर दिए जाएंगे। अबतक लाखों श्रद्धालु हेमकुंड साहिब के दर्शन कर चुके हैं। हेमकुंट साहिब गरुद्वारे एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थान है। यह हिमालय में 4632 मीटर ऊँचाई पर एक झील के किनारे सात पहाड़ों के बीच स्थित है। झील के किनारे लक्ष्मण मंदिर भी है इसलिए जो भी तीर्थयात्री हेमकुंड साहिब आता है वो लक्ष्मण मंदिर के दर्शन भी जरुर करता है।