नई दिल्ली: देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार शरजील इमाम के इरादे बेहद घातक थे और वो इंटरनेशल मीडिया की मदद से भारत की छवि को बिगाड़ने के कुत्सित इरादे थे, शरजील इमाम द्वारा परिचालित पर्चे में दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा की जांच में पाया गया है कि यह पत्र 13 तारीख को तैयार किया गया था।
शरजील इमाम को स्थित जामिया मिल्लिया इस्लामिया और अलीगढ़ में भड़काऊ भाषण देने के लिए बिहार के जहानाबाद से 28 जनवरी को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने बताया कि उन्होंने 3 दिसंबर से इन प्रचार पत्रों की योजना बनाना शुरू कर दिया। पंद्रह संदिग्धों की पहचान की गई जिन्होंने विचारधारा का समर्थन किया।
पोस्टरों को कई व्हाट्सएप ग्रुप्स में शेयर किया गया था। क्राइम ब्रांच को तीन व्हाट्सएप ग्रुप की सूची भी मिली है। और इसे कुछ लोगों को ईमेल भी किया गया था। पूछताछ में पता चला है कि शरजील इमाम ने मुसलमानों को भड़काने के लिए बाबरी और कश्मीर का इस्तेमाल किया था, एजेंडे के लिए इंटरनेशनल मीडिया का इस्तेमाल करना चाहता था।
फर्जी सूचनायें अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के मन में डर पैदा करने के लिए इस्तेमाल की थीं। उसने उन लोगों के मन में डर पैदा किया जो दिल्ली को पटरी से उतारने और अंतर्राष्ट्रीय मीडिया का उपयोग कर भारत को बदनाम करने के उद्देश्य से विरोध प्रदर्शन करना चाहते थे।
शरजील इमाम के समर्थन में लगे थे नारे
वहीं मुंबई के आजाद मैदान में शरजील इमाम के समर्थन में नारे लगाने वालों के खिलाफ पुलिस ने देशद्रोह का केस दर्ज किया है। रिपोर्ट के मुताबिक 1 फरवरी को आजाद मैदान में 'मुंबई प्राइड सॉलिडैरिटी गैदरिंग 2020' में इकट्ठे हुए लोगों ने शरजील इमाम के समर्थन में नारे लगाए जिस मामले में करीब 50 लोगों के खिलाफ पुलिस ने आईपीसी की धारा 124 A (देशद्रोह) के तहत एफआईआर दर्ज कर लिया है।
बताया जाता है कि सामाजिक कार्यकर्ता उर्वशी चूड़ावाला और 50 अन्य लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 124 ए, 153 बी, 505, 34 के तहत एफआईआर दर्ज किया है। आरोप है कि ये सभी मिलकर आजाद मैदान में इकट्ठे होकर पहले से ही देशद्रोह के आरोपों का सामना कर रहे शरजील इमाम के समर्थन में नारे लगाए थे। पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है।
और खोलेगा राज बढ़ी न्यायिक हिरासत
आपको बता दें कि भड़काऊ भाषण देकर सुर्खियों में आए जेएनयू छात्र शरजील इमाम को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दिल्ली की एक कोर्ट में पेशी होने के बाद उसकी न्यायिक हिरासत तीन दिनों के लिए फिलहाल बढ़ा दी गई है। पुलिस उससे लगातार पूछताछ कर रही है इस दौरान उसके बारे में कई चौंकाने वाली जानकारियां सामने आ रही हैं। बताया जा रहा है कि उसके विचार बेहद कट्टर हैं और उसे लगता है कि भारत को एक इस्लामिक देश होना चाहिए।
शरजील इमाम को पुलिस ने मंगलवार (28 जनवरी) को बिहार से गिरफ्तार किया था। दिल्ली के शाहीन बाग में सीएए के खिलाफ जारी विरोध-प्रदर्शन के आयोजकों में से एक शरजील के खिलाफ छह राज्यों- बिहार, असम, अरुणाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और मणिपुर में आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत कई केस दर्ज किए गए हैं।
दिल्ली में भी उसके खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज है।