कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस के निलंबित नेता पार्थ चटर्जी (Partha Chatterjees ) की करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी (Arpita mukherjee) ने मंगलवार को कहा कि प्रवर्तन निदेशालय ने उनके आवासों से जो रकम बरामद की है, वह उनकी जानकारी के बिना ही उनके आवासों में रखी गई थी।शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अर्पिता को भी गिरफ्तार किया है।
ईडी के अधिकारियों ने दक्षिण-पश्चिम कोलकाता और बेलघोरिया में स्थित अर्पिता के दो फ्लैटों से आभूषणों के साथ-साथ लगभग 50 करोड़ रुपये नकद बरामद किए हैं। चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी दोनों को दिन में चिकित्सा जांच के लिए शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में ईएसआई जोका ले जाया गया। इससे पहले, पार्थ चटर्जी ने कहा था कि वह 'एक साजिश का शिकार हुए हैं।' मंत्री पद से हटा कर तृणमूल कांग्रेस से निलंबित किए जाने के फैसले पर भी चटर्जी ने नाराजगी व्यक्त की थी।
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दिग्गज नेता ने यह भी कहा था कि उनके खिलाफ कार्रवाई उचित थी या नहीं, यह तो समय ही बताएगा।चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी, दोनों ने कहा है कि बरामद किया गया पैसा उनका नहीं था। उन्हें बुधवार को पीएमएलए की अदालत में पेश किया जाएगा। बुधवार को ही दोनों की 10 दिन की ईडी हिरासत खत्म हो जाएगी।
'ये जनता को लूट रहे हैं...कोलकाता में पार्थ चटर्जी पर गुस्साई महिला ने फेंकी 'चप्पल'
पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले के आरोपी पार्थ चटर्जी पर एक गुस्साई महिला ने चप्पल फेंक दी, वो महिला बेहद आक्रोश में थी और बाद में उसने मीडिया से बातचीत में अपना गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि 'नेता लोग जनता का पैसा लूट रहे हैं....गौर हो कि बंगाल सरकार में मंत्री रहे पार्थ चटर्जी पर शिक्षक भर्ती घोटाले के आरोप लगे हैं और पार्थ को आज ईएसआई अस्पताल में चेकअप के लिए लाया गया था इसी दौरान महिला उनपर चप्पल फेंक मारी है।
ED बोली- पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे पार्थ चटर्जी
पश्चिम बंगाल के गिरफ्तार किए गए मंत्री पार्थ चटर्जी पूछताछ में प्रवर्तन निदेशालयके साथ सहयोग नहीं कर रहे हैं। केंद्रीय एजेंसी के एक अधिकारी ने सोमवार को यह बात कही।उन्होंने बताया कि चटर्जी ने कथित स्कूल भर्ती घोटाले की जांच के संबंध में ईडी के ज्यादातर सवालों का 'जवाब नहीं दिया है।' ईडी अधिकारी के मुताबिक, तृणमूल कांग्रेस से निलंबित किए गए नेता चटर्जी पूछताछ के दौरान 'ज्यादातर वक्त चुप रहे।'
पार्थ चटर्जी ने कहा था कि वह 'साजिश का शिकार'
चटर्जी ने शुक्रवार को कहा था कि वह 'साजिश का शिकार' हुए हैं। उन्होंने खुद को निलंबित करने के टीएमसी के फैसले पर नाखुशी भी जताई थी। ईडी अधिकारी ने कहा, 'वह गिरफ्तारी के बाद से ही हमारे साथ सहयोग नहीं कर रहे हैं। वह अक्सर थकावट की शिकायत करते हैं और हमारे सवालों के जवाब देने से बच रहे हैं। हमने चटर्जी से उनके दावों के बारे में पूछा था कि छापे में बरामद नकदी उनकी नहीं है। हम इस धन के स्रोत के बारे में पता लगा रहे हैं।'