- RS में महंगाई पर डिबेट में बोलीं FM- दाम बढ़ने से कोई इन्कार नहीं किया गया है
- महंगाई से निपटने के लिए केंद्र सरकार की टागरेट करने वाली अप्रोच है- सीतारमण
- 'और मुल्कों की तुलना में भारतीय इकनॉमी कुछ विकसित अर्थव्यवस्थाओं में से एक है'
महंगाई के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी (आप) की ओर से संसद में मंगलवार (दो अगस्त, 2022) को केंद्र सरकार को घेरा गया। पार्टी के सांसद और सीनियर नेता राघव चड्ढा ने उच्च सदन राज्य सभा में अपने भाषण के दौरान तंज कसा। कहा कि जिस तरीके से रावण के 10 सिर होते हैं। ठीक वैसे ही महंगाई के भी सात सिर हैं।
उनके मुताबिक, महंगाई के इन सात सिरों में ऊर्जा पर टैक्स, सर्विस (सेवा) पर महंगाई, जीएसटी का बोझ, लागत बढ़ाने वाली महंगाई, बढ़ती महंगाई-घटती कमाई, गिरता हुआ रुपया (डॉलर के मुकाबले) व कॉर्पोरेट और सरकार की साठ-गांठ शामिल हैं।
चड्ढा के अलावा पार्टी नेता संजय सिंह ने कहा, "जिनके हाथों में हर वक़्त छाले रहते हैं, आबाद उन्हीं के दम पे महल वाले रहते हैं। पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने अपने मित्रों के 11 लाख करोड़ रुपए माफ़ कर दिए और ग़रीबों के राशन, बच्चों के दूध और पेंसिल पर वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लूट रहे हैं।
"अच्छे दिन का था वादा, पर आ गए सबसे बुरे दिन"
द्रमुक सदस्य तिरुचि शिवा बोले, ‘‘कभी अच्छे दिन आने का वादा किया गया था, पर सबसे बुरे दिन आ गए। इस सरकार की नीतियों की वजह से आज बेरोजगारी-महंगाई, समस्याएं बढ़ी हैं।’’ उन्होंने आगे कहा ‘‘मैं सरकार से पूछना चाहता हूं कि आपने अपने चुनावी वादे पूरे क्यों नहीं किए? आपने काला धन वापस लाने का वादा किया था, इस वादे का क्या हुआ? हर साल दो करोड़ रोजगार देने का वादा आपने क्यों पूरा नहीं किया?’’
महंगाई, बेरोजगारी को अलग-अलग नहीं देखा जा सकता- झा
राष्ट्रीय जनता दल के प्रो मनोज कुमार झा ने कहा, ‘‘महंगाई और बेरोजगारी का दर्द आम आदमी की नजर से देखा जाना चाहिए तब उनकी पीड़ा का अहसास होगा। कफन पर जीएसटी लगाना कहां तक उचित है? ’’ उन्होंने कहा कि महंगाई और बेरोजगारी को अलग अलग नहीं देखा जा सकता। उन्होंने कहा कि महंगाई के कारण शिक्षा, स्वास्थ्य, करियर, हर क्षेत्र प्रभावित होता है। उन्होंने कहा, ‘‘हम और कुछ नहीं मांगते, कम से कम आप अपने वादे तो पूरे कीजिये।’’
कांग्रेस की PM आवास का घेराव का प्लान
कांग्रेस ने महंगाई, बेरोजगारी और जरूरी सामानों पर जीएसटी (वस्तु और सेवा कर) की दरों में वृद्धि के खिलाफ पांच अगस्त से व्यापक प्रदर्शन करने की योजना बनाई है। प्रदर्शन के तहत वह राष्ट्रपति भवन तक मार्च निकालेगी और प्रधानमंत्री आवास का घेराव करेगी। कांग्रेस नेताओं ने इससे पहले प्रदर्शन के लिए रणनीति बनाने के लिए सोमवार को दिल्ली में एक मीटिंग की थी। (भाषा इनपुट्स के साथ)