पहले शराब घोटाले और अब शिक्षा घोटाले के आरोपों के बाद अरविंद केजरीवाल इस समय Perception की लड़ाई लड़ रहे हैं और इस Perception की लड़ाई में अन्ना हजारे की चिट्ठी उन पर बड़ा प्रहार है।लेकिन इस चिट्ठी को मैं आपके लिए पढ़ूं। उसके पहले आप जान लीजिए केजरीवाल के Political Moves क्या हैं?
केजरीवाल ने कल दिल्ली विधानसभा में विश्वास मत रखा, जबकि उनकी सरकार के सामने ऐसी संवैधानिक जरूरत नहीं थी। आम आदमी पार्टी LG वी के सक्सेना को हटाने की भी मांग करने लगी है। विधानसभा के बाहर धरना दे रही है।
इस बीच आज जब मनीष सिसोदिया के बैंक लॉकर में CBI की छानबीन हुई। तो सिसोदिया ने दिल्ली विधानसभा में दावा किया कि CBI को लॉकर से कुछ नहीं मिला।
मनीष सिसोदिया सफाई दे रहे हैं। लेकिन उन पर सवालों की बौछार है।
BJP फरवरी 2020 की CVC रिपोर्ट के आधार पर शिक्षा विभाग में घोटाले का आरोप लगा रही है।
CVC रिपोर्ट के मुताबिक -
स्कूलों में अतिरिक्त क्लासरूम बनवाने में लागत को 17 से 90% तक बढ़ाया गया।
टेंडर में तय हुई रकम से 53% अधिक की लागत आई। अतिरिक्त रकम 326 करोड़ से अधिक की थी।
194 स्कूलों में 37 करोड़ की लागत से 160 टॉयलेट की जगह पर 1214 टॉयलेट बनाए गए।
टॉयलेट्स को क्लासरूम के तौर पर गिना गया।
141 स्कूलों में 4027 अतिरिक्त क्लासरूम बनाए गए, जबकि 194 स्कूलों में 6133 क्लासरूम बनवाए जाने थे।
CVC रिपोर्ट में क्लासरूम के निर्माण की क्वालिटी को लेकर भी सवाल है।
इस बीच नांगलोई के एक सरकारी स्कूल में सीलिंग फैन गिरने से BJP को केजरीवाल को घेरने का एक और बहाना भी मिला है।शराब घोटाले का जब आरोप लगा तो केजरीवाल ने सिसोदिया को दुनिया को बेस्ट शिक्षा मंत्री बताया।
अब शिक्षा घोटाले के आरोपों के बीच केजरीवाल को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन से ऑक्सीजन मिली है। केजरीवाल और स्टालिन 5 सितंबर को तमिलनाडु में 26 Schools of Excellence लॉन्च करेंगे।लेकिन विपक्ष के आरोपों पर राजनीति से जवाब देने वाले केजरीवाल पर अन्ना हजारे की चिट्ठी भारी पड़ सकती है।केजरीवाल की शराब नीति पर सवाल उठाते हुए अन्ना हजारे ने केजरीवाल को उनकी ही किताब स्वराज में लिखी बातों को याद दिलाया।
अन्ना हजारे ने लिखा आपने स्वराज नाम की किताब में कितनी आदर्श बातें लिखी थीं। तब आप से बड़ी उम्मीद थी। लेकिन राजनीति में जाकर मुख्यमंत्री बनने के बाद आप आदर्श विचारधारा को भूल गए हैं, ऐसा लगता है। आपकी सरकार ने ऐसी शराब नीति बनायी जिससे शराब की बिक्री और शराब पीने को बढ़ावा मिल सकता है। भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिल सकता है।
अन्ना हजारे ने केजरीवाल पर ऐतिहासिक आंदोलन का नुकसान कर राजनीतिक पार्टी बनाने का भी आरोप लगाया है।अन्ना हजारे की इस चिट्ठी पर आम आदमी पार्टी की प्रतिक्रिया भी तीखी है।
सवाल पब्लिक का-
1. क्या अन्ना हजारे के आरोपों से केजरीवाल को राजनीतिक नुकसान होगा?
2. क्या शराब घोटाले के बाद क्लासरूम निर्माण में भ्रष्टाचार के आरोपों से सिसोदिया की मुश्किल बढ़ गई है?
3. क्या शिक्षा और शराब घोटालों को लेकर केजरीवाल पर मुद्दे को भटकाने के आरोप सही हैं?