- राम कथा में शामिल होने के लिए यूपी और बिहार से आए हैं श्रद्धालु
- कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते रद्द किया गया कार्यक्रम
- गुजरात भवन में रखे गए तीर्थयात्री, खाने-पीने का हुआ प्रबंध
रामनाथपुरम (तमिलनाडु) : देश में लॉकडाउन के चलते दक्षिण भारत के राज्य तमिलनाडु में बिहार और उत्तर प्रदेश के 52 तीर्थयात्री फंस गए हैं। ये तीर्थयात्री रामेश्वरम से बाहर निकल नहीं पा रहे हैं। लॉकडाउन के चलते इस राज्य का संपर्क दूसरे राज्यों से टूट गया है। राज्य में रेल एवं सड़क मार्ग की सेवाएं बंद हैं। इन तीर्थयात्रियों की ठहरने की व्यवस्था गुजरात भवन में की गई है। भाजपा के जिलाध्यक्ष के मुरलीधरन एवं अन्य लोग इन यात्रियों के खाने-पीने की व्यवस्था का प्रबंध कर रहे हैं।
मुरलीधरन ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, 'राम कथा में सम्मिलित होने के लिए यहां बिहार के 42 तीर्थयात्री आए हैं। इसके अलावा उत्तर प्रदेश से 10 श्रद्धालु इस समारोह में शामिल होने के लिए आए हैं। चूंकि राज्य में सड़क एवं रेल यातायात बंद हो गया है, ऐसे में ये लोग यहां फंस गए हैं। इनके साथ दिक्कत है कि ये लोग स्थानीय भाषा नहीं समझते। ये लोग केवल हिंदी में बात कर सकते हैं। हालांकि, हम लोगों ने इनके रहने का प्रबंध गुजरात भवन में किया है। हमारी कोशिश इन्हें जरूरत की सभी चीजें उपलब्ध कराने की हैं।'
गुजरात भवन के सुरेश मवानी ने बताया कि उनकी कोशिश रहेगी कि इन तीर्थयात्रियों को किसी तरह कि परेशान का सामना न करना पड़े। मवानी ने कहा, 'ट्रेन और विमान सेवा निलंबित हो जाने से पटना के 42 लोग और यूपी के 10 लोग यहां फंस गए हैं। ये लोग जब तक यहां रहेंगे तब तक हम इनके खाने और रहने का प्रबंध करेंगे।' तीर्थयात्रियों में शामिल बिहार के लक्ष्मीनारायण ने कहा कि इस मदद के लिए सभी लोग आभारी हैं।
लक्ष्मीनारायण ने कहा, 'मैं रामकथा में भाग लेने के लिए पटना से यहां आया हूं। यहां राम कथा 16 मार्च से 26 मार्च तक होनी थी लेकिन कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए इस कार्यक्रम को तीन दिन बाद स्थगित कर दिया गया।'
अयोध्या से आए तीर्थयात्रियों का भी कहना है कि उन्हें मदद पहुंचाई जा रही है। यूपी से आए लोग चाहते हैं कि उन्हें उनके गृह राज्य भेजने का प्रबंध किया जाए। बता दें कि कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए पीएम मोदी ने देश में 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा की है। पीएम ने लोगों से अपने घरों में रहने की अपील की है। देश में यातायात के सभी साधनों को निलंबित कर दिया गया है।