- बजट 2022 पर पीएम मोदी ने भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित किया
- पीएम मोदी ने कहा कि यह बजट देश की जरूरतों को पूरा करने वाला है
- 'यह समय आत्मनिर्भर भारत की नीव पर आधुनिक भारत के निर्माण का है'
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को बजट-2022 पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस वर्चुअल कार्यक्रम में पीएम मोदी ने बजट की बारीकियों को सामने रखा। उन्होंने बताया कि यह बजट कैसे देश की आकांक्षाओं एवं जरूरतों के अनुरूप है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह बजट देश की भावी जरूरतों को पूरा करने वाला है। यह समय आत्मनिर्भर भारत की नीव पर एक आधुनिक भारत का निर्माण करने का है। पीएम ने ग्रामीण क्षेत्र के लिए बजट में किए गए प्रावधानों का विस्तार से जिक्र किया।
भारत के प्रति दुनिया के नजरिए में बदलाव
पीएम ने कहा कि 100 साल में आई सबसे बड़ी त्रासदी से हिंदुस्तान लड़ रहा है। कोरोना का यह कालखंड अनेक चुनौतियां लेकर आया है। आगे जो दुनिया हम देखने वाले हैं वह वैसी नहीं होगी जैसी वह कोरोना काल से पहले थी। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद बहुत बदलाव आया। वैसे ही कोरोना के बाद दुनिया में बहुत सारे बदलाव की संभावना है। एक नई विश्व व्यवस्था की संभावना है। इसके संकेत नजर भी आने लगे हैं। आज भारत की तरफ देखने की विश्व के नजरिए में बहुत बड़ा बदलाव आ रहा है। भारत जैसे विशाल एवं लोकतांत्रिक देश को दुनिया के लोग अधिक मजबूत देखना चाहते हैं। पूरा विश्व भारत के लिए नए सिरे से देख रहा है तो हमारे लिए आवश्यक है, हम देश को तेज गति से आगे बढ़ाएं।
आधुनिक भारत का निर्माण करने का यह समय-पीएम
प्रधानमंत्री ने कहा, 'यह समय नए अवसरों एवं संकल्पों की सिद्धी का समय है। यह बहुत जरूरी है कि भारत आत्मनिर्भर बने। आत्मनिर्भर भारत की नीव पर एक आधुनिक भारत का निर्माण करने का यह अवसर है। इस बजट की बहुत सराहना हुई है। इस बजट में देश को आधुनिकता की तरफ ले जाने की दिशा में कई कदम उठाए गए हैं। बीते सात वर्षों में जो निर्णय लिए गए जो नीतियां बनीं, उस वजह से भारत की अर्थव्यवस्था का निरंतर विस्तार हो रहा है। पहले की गलतियों को सुधारा जा रहा है। कोरोना काल में भारत की अर्थव्यवस्था तेजी के साथ आगे बढ़ी है। इस बात ने दुनिया का ध्यान आकर्षित किया है।'
पीएम ने कहा, 'आज देश में नौ करोड़ ग्रामीण घरों में नल से जल पहुंचने लगा है। जल जीवन मिशन के तहत पिछले दो वर्षों में 5 करोड़ कनेक्शन दिए गए हैं। चार करोड़ ग्रामीण घरों को इस साल पाइप से जल पहुंचाया जाएगा। इससे माताओं एवं बहनों की समस्याएं दूर होंगी। इस पर सरकार 60 हजार करोड़ रुपए खर्च करने जा रही है।'
'बुंदेलखंड इलाके की तस्वीर बदल जाएगी'
प्रधानमंत्री ने कहा, 'नदियों को जोड़ने के अनेक प्रस्ताव हैं। केन-बेतवा नदी को जोड़ने के लिए बजट में प्रावधान किया गया है। इससे यूपी एवं एमपी के बुंदेलखंड इलाके की तस्वीर बदल जाएगी। बुंदेलखंड के खेतों में और हरियाली आएगी। बजट में गरीबों के लिए 80 लाख पक्के मकान बनाने की बात कही गई है। इस पर 48 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। घर मिलने पर गरीबी से मुक्ति होगी। गरीबों में आत्मविश्वास का संचार होगा।'
सीमावर्ती गांवों का होगा समग्र विकास-पीएमम
पीएम ने कहा कि बजट में सीमावर्ती गांवों का समग्र विकास करने के लिए नीतिगत योजना लाई गई है। सरकार ने सीमावर्ती इलाकों के गांवों में रहने वाले लोगों की ताकत को पहचाना है। विकास की यात्रा में इन लोगों को पीछे नहीं छोड़ा जा सकता है। इस बात को समझते हुए सीमा पर मौजूद गांवों के बारे में नए सिरे से सोचा गया है। ऐसे घरों में हर प्रकार की सुविधा सड़क, बिजली और पानी की व्यवस्था तैयार करने का प्रावधान किया गया है। यहां हम 'होम स्टे' का नेटवर्क तैयार कर सकते हैं। सीमा के आखिरी गांव को हम जीवंत बना दें तो इससे हमारी सुरक्षा भी मजबूत होगी। सीमावर्ती गांवों में हम एनसीसी का केंद्र खोलेंगे और गतिविधियां शुरू करेंगे। प्रधानमंत्री ने बजट के 'पर्वत माला' परियोजना का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इस परियोजना से हिमालय क्षेत्र की कनेक्टिविटी एवं आधारभूत संरचना में व्यापक बदलाव आएगा।