नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) और राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के कैडेट्स एवं राजपथ पर गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने वाले कलाकारों की हौसलाफजाई की। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश और दुनिया आपके जरिए इस नए भारत को समझने और सीखने की कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा कि राजपथ पर देशवासी जब एनसीसी और एनएसएस का अनुशासन देखते हैं तो वे उनसे प्रेरित होते हैं।
विभिन्न झांकियों में शामिल कलाकारों, आदिवासी मेहमानों, एनसीसी कैडेट्स एवं एनएसएस के वॉलिंटीयर्स को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा, 'झांकियों में शामिल कलाकारों ने भारत की गौरवशाली संस्कृति को सामने लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।' उन्होंने कहा, 'आपके प्रदर्शन से राजपथ पर भारत की शक्ति का प्रदर्शन होने के साथ-साथ देश के सॉफ्ट पावर एवं पर्यटन विभाग का विकास होता है।'
पीएम ने कहा कि यह 70वां गणतंत्र दिवस है। एक गणतंत्र के रूप में हमने विश्व के सामने एक उत्तम उदाहरण रखा है। हमें देश के संविधान के उस पहलू पर चर्चा करनी है जिस पर 70 सालों में उतनी चर्चा नहीं हो पाई है। हम अपने कर्तव्यों को ठीक से निभा पाएंगे तो हमें अपने अधिकारों के लिए लड़ने के लिए जरूरत नहीं पड़ेगी।'
प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्यों की ज्यादा से ज्यादा चर्चा करें। नागरिकों को अपने आचरण का उत्तम आदर्श पेश करना होगा। हम सभी को राष्ट्र के सामूहिक संकल्पों के साथ खुद को जोड़ना होगा और जीवन को आसान बनाने के लिए मिलकर प्रयास करने होंगे।
पीएम मोदी ने कहा, 'भारत की जीवन शक्ति का निर्माण कई विचारधाराओं एवं मूल्यों से मिलकर हुआ है। जब कभी हम भारत की बात करते हैं तो उसमें भारत की विचारधाराएं एवं मूल्य शामिल हैं। हमारी ताकत विविधता में एकता है। भारत में कई राज्य हैं लेकिन देश एक है।' देश में 70वें गणतंत्र दिवस की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। इस बार गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो हैं।