- जेवर में नोएडा इंटरनेशनल ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट का विकास पीपीपी मोड पर कराया जा रहा
- 2021-22 में इस एयरपोर्ट का निर्माण कार्य प्रारम्भ होकर प्रथम चरण का कार्य तीन वर्षों में पूर्ण होगा
- राज्य सरकार द्वारा एयरपोर्ट के रनवे की संख्या 2 से बढ़ाकर 6 किए जाने का निर्णय लिया गया
नोएडा/लखनऊ: कई वर्षों का इंतजार पूरा होने जा रहा है। उत्तर प्रदेश के विकास को पंख लगाने वाली योगी सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं के धरातल पर उतरने का बड़ा सपना पूरा होने जा रहा है। 25 नवंबर को भारत के प्रधानमंत्री जेवर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का भूमिपूजन और शिलान्यास करेंगे। इस कार्यक्रम में यूपी के CM योगी आदित्यनाथ मौजूद रहेंगे। चुनाव पूर्व इस कार्यक्रम को भव्य बनाने की तैयारी शुरू हो चुकी है। यह कार्यक्रम दो चरणों मे होगा। पहले चरण में भूमिपूजन होगा और दूसरे चरण में प्रधानमंत्री विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे।
सोमवार को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के 25 नवंबर को शिलान्यास कार्यक्रम की तैयारियों के लिए जेवर में पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह, जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह, यमुना प्राधिकरण के सीईओ अरुणवीर सिंह, मेरठ कमिश्नर सुरेंद्र सिंह, जिलाधिकारी सुहास एलवाई व अपर पुलिस आयुक्त लव कुमार ने बैठक की। सभी ने जनसभा और भूमिपूजन के कार्यक्रम स्थल का जायजा लिया।
जेवर एयरपोर्ट के साथ ही फिल्म सिटी के निर्माण की आधारशिला भी प्रधानमंत्री इसी माह रखेंगे। उक्त दोनों परियोजनाएं भविष्य में सूबे की शान साबित होंगी और इन दोनों परियोजनाओं से हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा। जेवर एयरपोर्ट देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा। नवंबर तथा दिसंबर में सूबे को मिलने वाली उक्त परियोजनाओं के पहले प्रधानमंत्री पिछले महीने वाराणसी, कुशीनगर को कई विकास परियोजनाओं की सौगात दे चुके हैं। बीते माह प्रधानमंत्री ने भगवान बुद्ध की क्रीड़ास्थली सिद्धार्थनगर से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में नौ नए राजकीय मेडिकल कॉलेजों की सौगात प्रदेश को दी थी। तब एक साथ इतने मेडिकल कालेज की सौगात पाने वाला उत्तर प्रदेश देश का इकलौता राज्य बना था। हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर और चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश को देश में सिरमौर बनाने में जुटे सीएम योगी के प्रयास से यह संभव हुआ था। अब इसी क्रम में प्रधानमंत्री यूपी को कई सौगात देने के लिए यूपी आने को हैं।