फिरोजपुर : पंजाब के फिरोजपुर में 5 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के दौरान उनकी सुरक्षा में चूक मामले की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट ने जिस कमेटी का गठन किया है, वह आज (रविवार, 6 फरवरी) पहली बार मौके पर पहुंची। टीम ने उस जगह का जायजा लिया, जहां प्रधानमंत्री का काफिला लगभग 15-20 मिनट तक रुका रहा था। टीम उस जगह भी पहुंची, जहां पीएम मोदी रैली करने वाले थे।
प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक मसले की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट ने 12 जनवरी को पांच सदस्यीय समिति का गठन किया था, जिसकी अध्यक्षता शीर्ष अदालत से रिटायर जज इंदु मल्होत्रा को सौंपी गई है। जस्टिस (रिटायर्ड) मल्होत्रा ने रविवार को उस फ्लाईओवर का जायजा लिया, जहां 5 जनवरी को पंजाब दौरे के दौरान पीएम मोदी का काफिला 15-20 मिनट तक रुका रहा था। पीएम मोदी फिरोजपुर में एक जनसभा को संबोधित करने जा रहे थे, जब कुछ किसानों के प्रदर्शन के कारण रास्ते में उनके काफिले को रोक दिया।
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जस्टिस मल्होत्रा ने किया रैली स्थल का मुआयना
जस्टिस मल्होत्रा ने उस जगह का भी मुआयना किया, जहां पीएम मोदी जनसभा को संबोधित करने वाले थे। जस्टिस मल्होत्रा के साथ चंडीगढ़ के DGP, नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी (NIA) के IG, पंजाब के ADGP (सुरक्षा) और पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल भी थे।
यहां गौर हो कि पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक की पिछले माह हुई घटना के बाद केंद्र और पंजाब की सरकारों ने अलग-अलग अपनी जांच भी शुरू की थी। पंजाब ने जस्टिस (रिटायर्ड) मेहताब सिंह गिल और गृह सचिव अनुराग वर्मा के साथ एक कमेटी का गठन किया तो केंद्र ने भी सुरक्षा सचिव की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया, जिसमें खुफिया ब्यूरो (IB) और SPG के अधिकारी भी शामिल हैं।
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केंद्र सरकार ने जिस कमेटी का गठन किया है, उसने इस मामले में अपनी जांच भी शुरू कर दी। लेकिन फिर यह मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंचा, जिसने दोनों कमेटी को खारिज करते हुए रिटायर्ड जस्टिस इंदु मल्होत्रा की अध्यक्षता में एक संयुक्त जांच कमेटी का भी गठन किया, जो रविवार को फिरोजपुर में मौके पर पहुंची।