- पंजाब में राहुल गांधी ने नवजोत सिंह सिद्धू समेत कई नेताओं की खूब तारीफ की
- उन्होंने कहा कि कांग्रेस में कई हीरे हैं
- राहुल ने चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया
लुधियाना: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को आखिरकार उस सस्पेंस को खत्म कर दिया कि पंजाब में पार्टी का मुख्यमंत्री पद के लिए उम्मीदवार कौन होगा? राहुल ने चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया। सीएम उम्मीदवार के नाम की घोषणा करने से पहले राहुल गांधी ने पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू के साथ अपनी पहली मुलाकात को याद किया।
राहुल गांधी ने कहा कि मैं 40 साल पहले नवजोत सिंह सिद्धू से मिला था, लेकिन वह नहीं जानते कि वो राहुल गांधी से उस समय मिल चुके हैं। मैं दून स्कूल में था, जहां वह क्रिकेट मैच खेलने आए थे। मैं उस मैच को देख रहा था। सिद्धू उस समय ओपनिंग बॉलर थे। इन्होंने 6 विकेट लिए। दून स्कूल की पूरी टीम को लिटा दिया। बैटिंग आई तो 98 रन बनाए। दून स्कूल की टीम को पता नहीं लगा कि क्या हुआ। मैंने उस दिन सिद्धू जी को पहचाना। इनके अंदर की दृढ़ता को पहचाना।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के पास हीरों की कोई कमी नहीं है। हमारी पार्टी पर आक्रमण करने और बदनाम करने के लिए हमारे नेताओं के बारे में झूठ बोला जाता है, मगर मैं अपने अनुभव से आपको बताता हूं कि कांग्रेस पार्टी में हीरों की कोई कमी नहीं है। मैं सालों से देख रहा हूं कि एक व्यक्ति किस प्रकार से रिस्पांड करता है, कैसे सोचता है, क्या बोलता है। भाषण देना बहुत आसान होता है, लेकिन अगर आप गहराई से देखें तो नेता की सच्चाई दिख जाती है, छिप नहीं सकती है।
कांग्रेस पार्टी लीडर को डिवेलप करने का सिस्टम है: राहुल गांधी
राजनेता को लड़ाई लड़नी पड़ती है। बहुत सारे राजनेता अपनी लड़ाई लड़ते हैं। हमारे प्रधानमंत्री जी हैं, लड़ाई लड़ते हैं, मगर नरेंद्र मोदी की लड़ाई लड़ते हैं, अपनी लड़ाई लड़ते हैं। वहीं दूसरे नेता होते हैं जो मुद्दों के लिए खड़े हो जाते हैं। सिद्धू जी कहीं से आए, चन्नी जी कहीं ओर से आए, जाखड़ जी कहीं ओर से और मैं कहीं ओर से आया। सभी को कठिन रास्तों पर चलना पड़ता है। लेकिन हम सब पंजाब के लिए एक साथ खड़े हैं। हीरों के बीच में से एक हीरा निकालना, यह आसान काम नहीं है। कांग्रेस पार्टी लीडर को डिवेलप करने का सिस्टम है। आहिस्ता आहिस्ता यह पार्टी लीडर बनाती है। मैं अपना ही उदाहरण आपको देता हूं, जितना मुझे पिछले 5-7 सालों में सीखने को मिला, कांग्रेस पार्टी और उसके कार्यकर्ताओं के बिना मैं कभी नहीं सीख सकता था।