नई दिल्ली : देश में बढ़ते ओमिक्रोन के मामलों पर केंद्र सरकार अलर्ट हो गई है। कोरोना के इस नए खतरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को समीक्षा बैठक करेंगे। इस बैठक में वह ओमिक्रोन से निपटने की तैयारियों का जायजा लेंगे। कोरोना का नया स्वरूप ओमिक्रोन 15 राज्यों में अपने पांव पसार चुका है। देश में ओमीक्रोन संक्रमण के अब तक 213 केस मिल चुके हैं। राजधानी दिल्ली में ओमिक्रोन का खतरा बढ़ता जा रहा है। दिल्ली में ओमिक्रोन के अब तक 57 केस सामने आ चुके हैं।
सरकार का कहना है कि कोरोना के इस नए वायरस के बढ़ते खतरे से निपटने के लिए वह पर्याप्त कदम उठा रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने सोमवार को ओमिक्रोन के बढ़ते मामलों का हवाला देते हुए इससे निपटने की सरकार की तैयारी के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस खतरे को लेकर केंद्र सरकार राज्यों के साथ संपर्क में है। साथ ही वह विशेषज्ञों के साथ इस वायरस के खतरे एवं गंभीरता का आंकलन कर रही है।
15 राज्यों में सामने आ चुके हैं ओमिक्रोन के मामले
देश में ओमिक्रोन का पहला केस 2 दिसंबर को सामने आया। इसके बाद यह तेजी के साथ पैर पसार रहा है। अभी तक 15 राज्यों में ओमीक्रोन वायरस से संक्रमण के मामले सामने आ चुके हैं। 17 दिसंबर को ओमिक्रोन के केस 100 के पार चले गए जबकि 21 दिसंबर को संक्रमण के मामलों की संख्या 200 से ज्यादा हो गई। विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना का यह नया वायरस देश में तीसरी लहर का कारण बन सकता है। कहा जा रहा है कि जनवरी-फरवरी महीने में कोरोना संक्रमण एक बार फिर अपने चरम पर पहुंच सकता है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार को जारी आंकड़े के मुताबिक बीते 24 घंटे में देश भर में कोरोना के 6,317 नए मामले सामने आए हैं जबकि 318 लोगों की मौत हुई है। इस दौरान उपचार के बाद 6,906 लोगों को ठीक किया गया है। देश में एक्टिव केस की संख्या 78,190 है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को बताया कि दिल्ली में ओमिक्रोन स्वरूप के सबसे अधिक 57 मामले, महाराष्ट्र में 54, तेलंगाना में 24, कर्नाटक में 19, राजस्थान में 18, केरल में 15 और गुजरात में 14 मामले सामने आए हैं।