नयी दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि सरकार सूखा प्रवण बुंदेलखंड क्षेत्र को विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है तथा वहां जल उपलब्धता की स्थिति को सुधारने के लिए 10,000 करोड़ रुपये के लागत वाली लगभग 500 परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है।मोदी ने कहा कि केन, बेतवा और यमुना नदी का पानी बुंदेलखंड क्षेत्र में नहीं पहुंच रहा है। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित केन-बेतवा नदी जोड़ने की परियोजना में इस क्षेत्र की सूरत बदलने की क्षमता है तथा केन्द्र, उत्ता प्रदेश और मध्य प्रदेश दोनों ही राज्यों के साथ इस मुद्दे को लेकर संपर्क में है।
मोदी ने झांसी स्थित रानी लक्ष्मीबाई केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय के कॉलेज और प्रशासनिक भवन के आभासी उद्घाटन के मौके पर यह कहा।
उन्होंने कहा, ‘‘केन्द्र और उत्तर प्रदेश सरकार, बुंदेलखंड क्षेत्र के विकास तथा इस क्षेत्र की ऐतिहासिक पहचान और भूत के गौरव ककायम करने को लेकर प्रतिबद्ध है। प्रधानमंत्री ने कहा कि वर्ष 2019 के आम चुनाव के पहले उन्होंने पांच वर्षो में बुंदेलखंड में पानी ककी उपलब्धता की स्थिति में सुधार लाने का वायदा किया था तथा अब इस दिशा में कई कदम उठाये गये हैं।
उन्होंने कहा कि ‘हर घर जल अभियान’ (सभी गांव के घरों में नल का पानी) काफी तेल गति से प्रगति कर रहा है। जल निकायों के निर्माण का काम और सभी जिलों में पाइपलाईन बिछाने का काम चल रहा है। सरकार ने पहले से ही इस उद्देश्य के तहत 500 परियोजनाओं के लिए करीब 10,000 करोड़ रुपये को आवंटन ककर दिया है।इसमें से करीब 3,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं पर काम पिछले दो महीनों में शुरु हुआ है।उन्होंने कहा, ‘‘इन परियोजनाओं के पूरा हो जाने पर इस क्षेत्र के लाखों परिवार सीधे तौर पर लाभान्वित होंगे।’’ उन्होंने कहा कि सरकार ने भूजल प्रबंधन योजना के तहत इस क्षेत्र में भूजल स्तर बढ़ाने के लिए भी काम शुरु कर दिया है।
तीन नदियों के होने के बावजूद इस पूरे क्षेत्र को लाभ न मिलने की बात को रेखांकित करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘स्थिति में बदलाव करने के लिए केन्द्र निरंतर प्रयासरत है। केन-बेतवा नदी जोड़ने की परियोजना में इस क्षेत्र के भविष्य को बदलने की क्षमता है।’’मोदी ने कहा कि जल परियोजनाओं के अलावा हजारों करोड़ रुपये की परियोजनायें इस क्षेत्र में लागू की जा रही हैं जिसमें बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे और रक्षा गलियारा शामिल है।
उन्होंने कहा, ‘‘वह दिन दूर नहीं जब झांसी और आस-पास के इलाके जो साहस के लिए प्रसिद्ध थे, भारत को रक्षा सुरक्षा के मामले में आत्मनिर्भर बनाएगा। प्रधान मंत्री ने कहा कि इस क्षेत्र को अतीत से ‘‘चुनौतियों का सामना करने’’ के लिए जाना जाता है। उन्होंने कहा कि यहां के लोग कोविड-19 महामारी को बहादुरी से चुनौती दे रहे हैं और सरकार ने भी इस संकट के दौरान गरीबों को होने वाली कठिनाइयों को कम करने के लिए सभी प्रयास किए हैं।उन्होंने कहा कि सरकार, बुंदेलखंड क्षेत्र सहित देश भर में मुफ्त राशन, गैस तथा महिलाओं के जन धन बैंक खातों में हजारों करोड़ रुपये जमा कर रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘बुंदेलखंड क्षेत्र की लगभग 10 लाख गरीब महिलाओं को मुफ्त गैस सिलेंडर उपलब्ध कराया गया है। महिलाओं के लाखों जन धन खातों में हजारों करोड़ रुपये जमा किए गए हैं।’’ उन्होंने कहा कि गरीब कल्याण रोज़गार अभियान के तहत केवल उत्तर में अब तक लगभग 700 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।उन्होंने कहा कि इस पहल के कारण लाखों श्रमिकों को रोजगार मिल रहा है। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत कई नए तालाबों का निर्माण किया जा रहा है और पुराने लोगों को पुनर्जीवित किया जा रहा है।