- परमबीर सिंह के खुलासे के बाद देवेंद्र फडणवीस ने गृहमंत्री अनिल देशमुख का मांगा इस्तीफा
- रामदास अठावले ने एक बार फिर महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन की मांग की
- संजय राउत बोले- जांच पूरी होने तक किसी के भी इस्तीफे का सवाल नहीं
मुंबई। मुंबई पुलिस के कमिश्नर रहे और अब डीजी होमगार्ड्स परमबीर सिंह के लेटर बम के बाद महाराष्ट्र सरकार पूरी तरह से घिरी हुई है। पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस बार बार गृहमंत्री और सीएम दोनों के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। लेकिन बचाव में शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती है किसी का इस्तीफा नहीं होगा। इन सबके बीच आरपीआई नेता और केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने एक बार फिर कहा कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की जरूरत है।
महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन की जरूरत
केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले के मुताबिक वो राष्ट्रपति कोविंद से मिले और उन्हें आरपीआई (ए) पार्टी की ओर से महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन की मांग के लिए एक ज्ञापन दिया। यह एक गंभीर मामला है। महाराष्ट्र सरकार को हटाने तक कोई जांच नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि वह इस पर विचार करेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य में जो कुछ हो रहा है उससे किसी भी व्यक्ति का शासन व्यवस्था में भरोसा नहीं रहा। किस तरह से राज्य के गृहमंत्री पर संगीन आरोप लगे हैं और सरकार अपने आपको पाक साफ बता रही है।
देवेंद्र फडणवीस ने मांगा है इस्तीफा
एंटीलिया केस में जांच जैसे जैसे आगे बढ़ रही है कई सनसनीखेज जानकारियां सामने आई हैं। सचिन वझे को लेकर जिस तरह से अपने लेटर में परमबीर सिंह ने जानकारी दी उसके बाद सियासत की केतली में उबल गई। आरोप प्रत्यारोप के बीच देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि राज्य के मुखिया उद्धव ठाकरे को शासन करने का अधिकार नहीं है। अच्छा यही होगा कि वो अपने पद से इस्तीफा दे दें।