- देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को अब भी वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है
- उनके रेस्परटोरी पैरामीटर्स में मामूली सुधार हुआ है और वाइटल पैरामीटर्स स्थिर बने हुए हैं
- डॉक्टर्स का कहना है कि यह अच्छी बात यह है कि उनके वाइटल पैरामीटर काम कर रहे हैं
नई दिल्ली : देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की हालत चिंताजनक बनी हुई है। पूर्व राष्ट्रपति को हालांकि अब भी वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है, पर उनकी हालत में मामूली सुधार बताया जा रहा है। आर्मी रिसर्च एंड रेफरल हॉस्पिटल की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि उनके रेस्परटोरी पैरामीटर्स में मामूली सुधार हुआ है और उनके वाइटल पैरामीटर्स स्थिर बने हुए हैं।
दिल्ली कैंट स्थित आर्मी हॉस्पिटल की ओर से जारी बयान के अनुसार, 'पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के श्वसन मापदंडों में थोड़ा सुधार हुआ है, हालांकि वे वेंटिलेटरी सपोर्ट पर बने हुए हैं। उनके महत्वपूर्ण और नैदानिक मापदंड स्थिर हैं और विशेषज्ञों की एक टीम द्वारा बारीकी से निगरानी की जा रही है।'
मस्तिष्क का हुआ था ऑपरेशन
इससे पहले अस्पताल की ओर से बताया गया था कि पूर्व राष्ट्रपति को अब फेफड़ों का संक्रमण हो गया है। 84 वर्षीय प्रणब मुखर्जी को 10 अगस्त को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मस्तिष्क में रक्त के थक्के को लेकर उनका ऑपरेशन किया गया था, जिसके बाद उनकी हालात बिगड़ गई थी। डॉक्टर्स का कहना है कि यह अच्छी बात यह है कि उनके वाइटल पैरामीटर काम कर रहे हैं।
कोविड-19 जांच के दौरान उनके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि भी हुई थी। उनका इलाज करने वाले डॉक्टर्स का कहना है कि फिलहाल उन्हें जीवनरक्षक प्रणाली पर रखा गया है। वहीं, उनके बेटे व पूर्व सांसद अभिजीत मुखर्जी ने ट्वीट कर बताया कि उनके पिता की हालत स्थिर बनी हुई है और सुधार के सकारात्म्क संकेत दिखे हैं। प्रणब मुखर्जी 2012 से 2017 तक देश के राष्ट्रपति रहे।