- राज्यसभा और लोकसभा ने संयुक्त रूप से विदाई समारोह का किया आयोजन
- PM ने एक रोज पहले दिल्ली में कोविंद के लिए की थी रात्रिभोज की मेजबानी
- सोमवार को समाप्त हो रहा कार्यकाल, मुर्मू उसी दिन सेंट्रल हॉल में लेंगी शपथ
President Ram Nath Kovind Farewell Function: देश के 14वें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का शनिवार (23 जुलाई, 2022) शाम विदाई समारोह हुआ। उन्होंने इस दौरान अपने संबोधन में कहा कि सभी पार्टिया दलगत राजनीति से ऊपर उठें।
राष्ट्रपति के रूप में सेवा करने का अवसर देने के लिए देश के नागरिकों को धन्यवाद देते हुए कोविंद ने कहा कि संसद "लोकतंत्र का मंदिर है"। वह आगे बोले- सांसदों को संसद में बहस और असहमति के अधिकारों का प्रयोग करते समय हमेशा गांधीवादी दर्शन का पालन करना चाहिए।
उनके मुताबिक, “मैं द्रौपदी मुर्मू को अगले राष्ट्रपति के रूप में चुने जाने के लिए हार्दिक बधाई देता हूं। उनके मार्गदर्शन से भारत को फायदा होगा।"
दरअसल, नई दिल्ली स्थित संसद भवन में संवैधानिक प्रमुख के तौर पर कोविंद का कार्यकाल समाप्त होने से एक दिन पहले शाम को सांसदों ने उन्हें फेयरवेल दिया। इस दौरान उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला और अन्य सांसद संसद के सेंट्रल हॉल में शामिल हुए।
बिड़ला ने सांसदों की ओर से कोविंद को इस दौरान प्रशस्ति पत्र भेंट किया। निवर्तमान राष्ट्रपति को एक स्मृति चिह्न और सांसदों के हस्ताक्षर वाली एक पुस्तक भी भेंट की गई।
द्रौपदी मुर्मू गुरुवार (21 जुलाई, 2022) को भारत की 15वीं राष्ट्रपति चुनी गईं और वह सोमवार को पदभार संभालेंगी। मुर्मू शीर्ष संवैधानिक पद पर निर्वाचित होने वाली पहली आदिवासी नेता हैं।