- असम में नागरिकता संशोधन अधिनियम का जबरदस्त विरोध हो रहा है
- गुवाहाटी और डिब्रूगढ़ समते कई इलाकों में आज कर्फ्यू में ढील गई है
- विरोध प्रदर्शन के बीच राज्य के हालात के बारे में जानकारी देने के लिए असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल जल्द पीएम मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिलेंगे
गुवाहाटी/नई दिल्ली : असम समेत पूर्वोत्तर के राज्यों में नागरिकता संशोधन अधिनियम का जबरदस्त विरोध हो रहा है। संसद में पारित होने के बाद असम के कई इलाकों में हिंसक प्रदर्शन हुए थे। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच संघर्ष होने के कारण यहां कर्फ्यू लगा दिया गया था। अब गुवाहाटी और डिब्रूगढ़ जिले के कुछ हिस्सों में लगाए गए कर्फ्यू में रविवार को ढील दी गई। असम के एडिशनल डीजीपी लॉ एंड ऑर्डर, जीपी सिंह ने कहा कि गुवाहाटी में आज सुबह 9 से शाम 6 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी जा रही है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि डिब्रूगढ़ पश्चिम, नहरकटिया, तेनुघाट और जिले के कई अन्य हिस्सों में भी कर्फ्यू में ढील दी गई है। इसके बाद दिसपुर, उजान बाजार, चांदमारी, सिलपुखुरी और जू रोड समेत कई स्थानों पर दुकानों के बाहर लंबी कतारें नजर आईं। ऑटो-रिक्शा और साइकिल-रिक्शा सड़कों पर चलते दिखाई दिए।
उधर असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल की अगुवाई में एक टीम नागरिकता (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ राज्य में चल रहे विरोध प्रदर्शन पर चर्चा करने के लिए जल्द पीएम मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिलेगी। असम के संसदीय कार्य मंत्री चंद्रमोहन पटवारी ने शनिवार को बताया कि स्थिति के बारे में प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री को बताने का फैसला असम के बीजेपी विधायकों और सांसदों की एक बैठक में लिया गया।
असम अपने इतिहास में जनता के भीषणतम हिंसक प्रदर्शनों में से एक से गुजर रहा है। वहां तीन रेलवे स्टेशनों,एक डाकघर, एक बैंक, एक बैंक टर्मिनस, दुकानों, दर्जनों वाहन और कई अन्य सरकारी संपत्तियां को जला दिया गया या उनमें तोड़फोड़ की गई।