भारतीय जनता पार्टी (BJP) के दो पूर्व नेताओं की पैगंबर मोहम्मद को लेकर की गई टिप्पणी के खिलाफ पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले में अलग-अलग स्थानों पर शुक्रवार को सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने सड़कों और रेल की पटरियों को अवरूद्ध किया। विरोध और यहां के मौजूदा हालात को देखते हुए हावड़ा जिले में 13 जून को सुबह छह बजे तक इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं।
हावड़ा-खड़गपुर रेल मार्ग पर दसनगर रेलवे स्टेशन पर लोगों ने धरना दिया। विरोध के चलते संतरागाछी रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। हावड़ा जिले के उलुबेरिया में भाजपा कार्यालय में तोड़फोड़ की गई और आग लगा दी गई। बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी ने इस संबंध में राज्यपाल जगदीप धनखड़ को लिखा और इस भयानक स्थिति को जल्द से जल्द नियंत्रित करने और लोगों की जान और मूल्यवान संपत्ति को बचाने के लिए भारतीय सेना या अर्धसैनिक बलों को बुलाने और तैनात करने का अनुरोध किया।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शनकारियों की धूलागढ़, पंचला और उलूबेरिया में पुलिस के साथ तब झड़प हुई जब उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग छह की नाकेबंदी खुलवाने की कोशिश की। अधिकारी ने कहा कि धूलागढ़ और पंचला में भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा, जहां प्रदर्शनकारियों ने इसके जवाब में पथराव किया, जिससे पास खड़ी कारों को नुकसान पहुंचा। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने पंचला और धूलागढ़ में सड़कों पर टायर जला कर डाल दिए जबकि उलुबेरिया में पुलिस के एक बूथ को आग के हवाले कर दिया।
दक्षिण पूर्वी रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शकारियों ने हावड़ा-खड़गपुर खंड पर दोपहर एक बजकर 22 मिनट पर फुलेश्वर और चेंगैल स्टेशनों के बीच की पटरियों को अवरूद्ध कर दिया। उन्होंने बताया कि प्रदर्शन की वजह से चार ट्रेन रद्द की गई हैं जबकि दो ट्रेन का मार्ग बदला गया है। इसी तरह के प्रदर्शन बृहस्पतिवार को भी हुए थे और हावड़ा जिले के अंकुरहाती में 11 घंटे तक यातायात को बाधित रखा गया था।
इस बीच राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने शांति की अपील करते हुए राज्य के मुख्य सचिव से कानून एवं व्यवस्था की स्थिति पर तत्काल जानकारी मांगी है। उन्होंने ट्वीट किया कि शांति की अपील करते हुए पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने मुख्य सचिव से राज्य में कल से बिगड़ी कानून व्यवस्था की स्थिति पर आज रात दस बजे तक तत्काल जानकारी मांगी है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से अपेक्षा है कि वह कानून का उल्लंघन करने वालों को कड़ी चेतावनी दें कि उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।
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